कट्टरपंथी इस्लामी समूह तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के एक प्रमुख नेता ने मुख्य न्यायाधीश काजी फैज ईसा को मारने के लिए फतवा जारी किया है।
पुलिस ने मामले में टीएलपी नेता पीर जहीरुल हसन शाह और 1500 कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद शाह को गिरफ्तार कर लिया।
एफआईआर में कहा गया है कि प्रेस क्लब के बाहर एक प्रदर्शन के दौरान शाह ने न्यायपालिका के खिलाफ नफरत फैलाने का काम किया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि जो कोई भी मुख्य न्यायाधीश का सिर लेकर आएगा, उसे एक करोड़ पाकिस्तानी रुपये दिए जाएंगे। वह अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय के एक ईश निंदा संदिग्ध को जमानत देने के फैसले का विरोध कर रहे थे।
इस घटना की रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने आलोचना की थी और कहा था कि इस तरह के फतवे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि मामले में कड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर हत्या के लिए लोगों को उकसाने का भी आरोप लगाया था।