अमेरिका में मिल्टन तूफान की हलचल तेज हो गई है। मिल्टन तूफान बुधवार को तट से टकरा सकता है, जिससे फ्लोरिडा के घनी आबादी वाले पश्चिमी तट में खतरा पैदा हो सकता है।
बताया जा रहा है कि इस तूफान से काफी आर्थिक नुकसान हो सकता है। वहीं, ऐसा पहली बार नहीं है जब अमेरिका में तूफान ने तबाही नहीं मचाई है। इससे पहले कई बार अमेरिका में भयंकर तूफान आए जिसमें काफी लोगों की मौत हुई और बुनियादी ढांचा नष्ट हो गया। हम आपको अमेरिका में आए भयंकर तूफानों के बारे में बताते हैं
बर्फीला तूफान (1888)
अमेरिका में 1888 में एक बर्फीला तूफान आया था जो अमेरिकी इतिहास के सबसे विनाशकारी तूफानों में से एक है, जिसमें 400 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। 1888 का भयंकर बर्फीला तूफान अटलांटिक तट से टकराया। न्यूयॉर्क में 22 इंच बर्फबारी हुई, जिससे ब्रुकलिन ब्रिज बंद हो गया, जबकि अन्य क्षेत्रों में 40 से 50 इंच बर्फबारी हुई। एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका के अनुसार, 100 नाविकों सहित 400 से अधिक लोग मारे गए और कुल 20 मिलियन डॉलर की क्षति हुई।
गैल्वेस्टन तूफान (1900)
1900 में अमेरिका के टेक्सास के गैल्वेस्टन में भयंकर तूफान आया था। गैल्वेस्टन 40,000 की आबादी के साथ टेक्सास का सबसे बड़ा शहर था। ग्रेट गैलवेस्टन तूफान अमेरिकी इतिहास की सबसे घातक प्राकृतिक आपदा के रूप में दर्ज किया जाएगा, जिसमें लगभग 8,000 लोग मारे गए और 3,600 इमारतें नष्ट हो गईं।
ग्रेट मियामी तूफान (1926)
1926 में जब ग्रेट तूफान आया था तब मियामी अमेरिका का सबसे तेजी से विकसित होने वाला शहर था। तूफान ने हजारों इमारतों और पर्यटक आकर्षणों को नष्ट कर दिया। कुल क्षति 105 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य आंकी गई थी। आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या 373 थी, लेकिन माना जाता है कि बाढ़ और मलबे के बीच 800 लोग मारे गए होंगे।
फ्लोरिडा कीज लेबर डे तूफान (1935)
अमेरिका में 1935 में आया फ्लोरिडा कीज लेबर डे तूफान अब तक आए सबसे तीव्र तूफानों में से एक है। इस तूफान के कारण फ्लोरिडा कीज में कम से कम 408 मौतें हुईं थीं। उनमें से अधिकांश प्रथम विश्व युद्ध के दिग्गज थे जो रेलमार्ग पर काम कर रहे थे। इस तूफान में हवाओं की रफ्तार 185 मील प्रति घंटे की थी, जिसमें इमारतों का भी काफी नुकसान पहुंचा था।
न्यू इंग्लैंड तूफान (1938)
संयुक्त राज्य अमेरिका के बैरिंगटन में आए इस तूफान में लगभग 600 लोगों की जान चली गई थी और 8,900 इमारतें नष्ट हो गई थीं। न्यू इंग्लैंड तूफान ने 63,000 निवासियों को बेघर कर दिया था और पर्यावरण का नुकसान पहुंचाते हुए दो अरब से अधिक पेड़ों को नष्ट कर दिया था। यह इतिहास में दर्ज सबसे शक्तिशाली और विनाशकारी तूफानों में से एक, यह तूफान 47 मील प्रति घंटे की तीव्र गति से लॉन्ग आइलैंड पर पहुंचा, जिसे ‘लॉन्ग आइलैंड एक्सप्रेस’ उपनाम मिला।
सुपरस्टॉर्म सैंडी (2012)
सुपरस्टॉर्म सैंडी अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा तूफान माना जाता है, क्योंकि सैंडी ने पूरे पूर्वी समुद्र तट के 24 राज्यों को प्रभावित किया। इस तूफान का प्रभाव 900 मील तक तक रहा था। इस तूफान के कारण अमेरिका में कुल 160 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकतर न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में थे। कई नदियां उफान पर आ गईं थी, जिससे निचले मैनहट्टन और कई मेट्रो सुरंगों में बाढ़ आ गई। लॉन्ग आइलैंड, ब्रुकलिन, स्टेटन आइलैंड और क्वींस में 100,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए। सैंडी 1700 के बाद से न्यूयॉर्क पर प्रभान डालने वाला सबसे शक्तिशाली तूफान था।
तूफान हार्वे (2017)
हार्वे रिकॉर्ड पर सबसे महंगे ज्यादा बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने वाला तूफान है। आंकड़ों के मुताबिक, तूफान हार्वे के कारण 125 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था, जो अमेरिका के बड़े तूफान कैटरीना के बराबर है। सबसे भयंकर तूफ़ान हार्वे ने ह्यूस्टन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बाढ़ ला दी, जिसके परिणामस्वरूप 30,000 निवासी विस्थापित हुए और 68 लोगों की मौत हो गई।