दिल्ली के कंझावला में 20 साल की लड़की के साथ हुए हिट एंड रन केस का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसे लेकर दिल्ली पुलिस कई सवालों का सामना कर रही है.
1 जनवरी को नए साल के जश्न और भीड़भाड़ को देखते हुए पुलिस ने 18000 जवान और 250 पीसीआर वैन तैनात करने का दावा किया था. लेकिन इतनी तैयारी के बाद भी पुलिस लड़की को टक्कर मारने के बाद 13 किलोमीटर तक घसीटने वाली कार को ट्रेस न कर पाई. नए सीसीटीवी फुटेज में एक पीसीआर वैन को कैप्चर किया गया है.
कंझावला हिट एंड रन केस के नए वीडियो में देखा जा सकता है कि अंजलि सिंह को टक्कर मारने के बाद कार के गुजरने के कुछ दो मिनट बाद एक पीसीआर वैन भी वहां से गुजरी. यानी एक्सीडेंट के बाद एक मौका ऐसा आया होगा, जब कार और पीसीआर वैन के बीच कम दूरी रही होगी, लेकिन हैरानी की बात है कि पुलिस को लड़की के फंसे होने की भनक तक नहीं लगी और युवक कार में फंसी लड़की को घसीटते चले गए.
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) पर पहली कॉल 2.15 बजे एक कॉलर द्वारा प्राप्त की गई, जिसने शव को घसीटते हुए देखा था. यह मुश्किल से आधे घंटे बाद हुआ जब कार 20 वर्षीय इवेंट मैनेजर अंजलि सिंह की स्कूटी से टकरा गई और उसका पैर कार के फ्रंट एक्सेल में फंस गया.
पुलिस के इमरजेंसी नंबर पर आए 5-6 कॉल
सूत्रों का कहना है कि पुलिस के इमरजेंसी नंबर पर पांच या छह कॉल किए गए थे. इसके चश्मदीद दीपक दहिया की ओर से पुलिस को 20 से अधिक कॉल किए गए थे. दीपक ने ही देखा कि लड़की कार के नीचे फंसी हुई थी.
न्यू ईयर पार्टी करके सहेली के साथ लौट रही थी अंजलि
न्यू ईयर पार्टी करने के बाद अपनी दोस्त निधि के साथ स्कूटी से घर लौट रही अंजलि सिंह को रात करीब 2 बजे कार ने टक्कर मारी थी. इसके बाद उसका पैर कार के एक्सेल में फंस गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की खुद को बचाने की कोशिश करती रही, चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन कार में बैठे युवक उसे 13 किमी तक घसीटते ले गए. आरोपियों को लग गया था कि कार में कुछ अटका हुआ है. उन्होंने बाहर देखा तो लड़की का हाथ दिखाई दिया, लेकिन रास्ते में खड़ी एक पीसीआर वैन को देखकर फिर से युवती को घसीटने लगे.
शव को गिराने के लिए कार ने मारे कई यू-टर्न
लड़की के शव को गिराने के लिए कार से 4 बार से ज्यादा यू-टर्न मारा. इस दर्दनाक घटना के दौरान कार चार थाना इलाकों सुल्तानपुरी, अमन विहार, प्रेम नगर व कंझावला थाना इलाके से गुजरी थी. अंजलि की दोस्त निधि एक्सीडेंट के वक्त अंजलि के साथ स्कूटी पर थी, लेकिन दोस्त की ये हालत देखक वह बिना किसी को बताए अपने घर भाग गई. निधि तब तक सामने नहीं आई, जब तक कि पुलिस ने सीसीटीवी के जरिए उसे ढूंढ न निकाला.
9 पीसीआर वैन के बाद भी घसीटती रही लड़की
सूत्रों का कहना है कि हादसे के 13 किलोमीटर के रूट पर 5 पीसीआर वैन तैनात थी. 5-6 पीसीआर कॉल हुईं. चश्मदीद दीपक से 20 से ज्यादा बार पुलिस अफसरों ने बात की. उसके बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए कुल 9 पीसीआर वैन को लगाया गया था और लोकल पुलिस भी आरोपियों को खोज रही थी, लेकिन फिर भी मौके से आरोपियों को दिल्ली पुलिस नहीं पकड़ पाई.