उत्तर भारत में ठंड शुरू हो चुकी है. मौसम विभाग की मानें तो 21 नवंबर के आसपास दक्षिणी अंडमान सागर और इससे सटे इलाकों में ऊपरी हवा का चक्रवाती क्षेत्र बनने की संभावना है.
इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 23 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की आशंका है. उसके बाद इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखने और अगले 2 दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है, जिससे कई राज्यों के मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है.
दिल्ली का मौसम
दिल्ली में 21 नवंबर से कोहरा कम होने की संभावना है. वहीं, इस पूरे सप्ताह दिल्ली में धूप कम खिलेगी और कोहरा व धुंध छाई रहेगी. देश की राजधानी में ठंड ने दस्तक दे दी है और आने वाले दिनों में तापमान में ज्यादा कमी देखने को मिल सकती है. IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 11 से 14 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. वहीं, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, आंतरिक तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके अलावा उत्तर भारत के गंगा के मैदानी इलाकों में घना कोहरा बना रह सकता है.
देश की मौसमी गतिविधियां
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, एक चक्रवाती परिसंचरण असम के पश्चिमी हिस्सों पर स्थित है. दूसरा चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण तमिलनाडु और समीपवर्ती कोमोरिन क्षेत्र पर सक्रिय है. वहीं तीसरा चक्रवाती परिसंचरण पाकिस्तान के मध्य हिस्सों में बना हुआ है.
इसके अलावा 21 नवंबर के आसपास दक्षिण अंडमान सागर पर ऊपरी वायुमंडलीय चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की संभावना है. यह पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए 23 नवंबर तक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है. इसके बाद यह और अधिक सघन होकर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर डिप्रेशन में तब्दील हो सकता है.