भारतीय वीजा आवेदनों के निपटारे में तेजी, शीर्ष सांसद ने बाइडन प्रशासन को सराहा

0 42

अमेरिकी कांग्रेस की एक शीर्ष महिला ने भारत में वीजा आवेदनों में बड़े पैमाने पर बैकलॉग को कम करने के लिए बाइडन प्रशासन द्वारा किए गए उपायों की सराहना करते हुए कहा कि इतना लंबा इंतजार अस्वीकार्य था।

पिछले हफ्ते अमेरिका ने भारत में कांसुलर अधिकारियों का एक कैडर भेजा और भारतीय वीजा आवेदकों का मामला देखने के लिए जर्मनी और थाईलैंड में विदेशी दूतावास खोले। भारत उन बहुत कम देशों में से एक है जहां कोरोनावायरस से संबंधित यात्रा प्रतिबंध हटाए जाने के बाद अमेरिकी वीजा के लिए आवेदनों में बहुत तेजी देखी गई।

ग्रेस मेंग ने कहा, बाइडन प्रशासन से कदमों से खुशी हुई
स्टेट एंड फॉरेन ऑपरेशंस पर सदन विनियोग उपसमिति के सदस्य और भारत पर कांग्रेसनल कॉकस के सदस्य 47 वर्षीय ग्रेस मेंग ने कहा, मुझे यह देखकर खुशी हुई कि वीजा आवेदकों के लिए प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इस कदम से व्यवसायों और परिवारों को काफी मदद मिलेगी जो भारत से श्रमिकों और प्रियजनों के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह अस्वीकार्य है कि वीजा के लिए प्रतीक्षा समय इतना लंबा रहा है और कांग्रेस में मैंने इन देरी को दूर करने के लिए जोर दिया है। मेंग न्यूयॉर्क राज्य से कांग्रेस की पहली और एकमात्र एशियाई सदस्य हैं।

वीजा आवेदकों के लिए लंबी प्रतीक्षा अवधि को लेकर भारत चिंतित
पहली बार वीजा आवेदकों के लिए लंबी प्रतीक्षा अवधि को लेकर भारत में चिंताएं बढ़ रही हैं, विशेषकर बी1 (व्यवसाय) और बी2 (पर्यटक) श्रेणियों के तहत आवेदन करने वालों के लिए मुश्किलें बढ़ी हैं। भारत में पहली बार बी1/बी2 वीजा आवेदकों की प्रतीक्षा अवधि पिछले साल अक्टूबर में तीन साल के करीब थी। मेंग ने कहा कि अमेरिका और भारत एक विशेष रिश्ता साझा करना जारी रखते हैं और बैकलॉग को कम करने की यह पहल हमारे दो महान देशों के बीच मौजूद मजबूत संबंधों को और मजबूत करेगी।

H-1B वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को विशेष व्यवसायों में नियोजित करने की अनुमति देता है जिन्हें सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। तकनीकी उद्योग में कई कुशल विदेशी श्रमिकों को दिए गए H-1B और अन्य कार्य वीजा प्राप्त करने वालों में भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.