एनसीआर में भीषण गर्मी व लू का बढ़ा प्रकोप, 226 की मौत; श्मशान स्थलों पर अंतिम संस्कार के लिए बढ़ी भीड़
भीषण गर्मी व लू समूचे दिल्ली-एनसीआर में कहर बरपा रही है। दिल्ली में बीते 48 घंटों में 226 लोगों की जान चली गई।
यह अलग बात है कि स्वास्थ्य विभाग लू लगने से अस्पताल में भर्ती 22 लोगों की ही मौत की पुष्टि कर रहा है। इस दौरान विभिन्न अस्पतालों में 116 लोगों के मृत अवस्था में लाए जाने के मामले में कारण स्पष्ट नहीं है।
हरियाणा में 48 लोगों की जान गई
वहीं, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और हापुड़ में 40 लोगों की मौत हो गई। दक्षिण हरियाणा में 48 लोगों की जान गई है। इनमें से अधिकांश मौत की वजह लू व गर्मी से संबंधित अन्य बीमारी बताई जा रही है। दिल्ली में मंगलवार की रात का तापमान सामान्य से आठ डिग्री अधिक 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 55 वर्ष पहले 1969 में इससे ज्यादा तापमान हुआ था।
दिल्ली स्थित जीटीबी अस्पताल में चार लोगों के मौत बीते 48 घंटे में हुई
इस बीच, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में हुई हल्की बारिश ने गर्मी से बेहाल लोगों को राहत दी है। लगातार भीषण गर्मी और लू के कारण एनसीआर का पूरा इलाका तप रहा है। लोग गर्मी से बेहाल हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बेतहाशा रूप से बढ़ गई है। बड़ी संख्या में लोग जान गंवा रहे हैं। दिल्ली गेट स्थित लोकनायक में सर्वाधिक छह व पूर्वी दिल्ली स्थित जीटीबी अस्पताल में चार लोगों के मौत बीते 48 घंटे में हुई है।
पश्चिमी दिल्ली स्थित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में बीते 24 घंटे में 40 शव लाए गए। यहां अस्पताल कर्मियों के मुताबिक सामान्य दिनों में चार से पांच शव ही आते थे। लू के चपेट में आने से दिल्ली के 37 अस्पतालों में 310 लोग आए, जिनमें से 118 लोगों का उपचार चल रहा है। 11 से 19 जून के बीच 192 बेघरों की मौत हुई, जिसके लिए बड़ी वजह लू को बताई जा रही है। पिछले छह वर्षों में इस अवधि में बेघरों की सर्वाधिक मौत है। इसके पहले 2022 में इस अवधि में 150 बेघरों ने दम तोड़ा था।
श्मशान स्थलों पर अंतिम संस्कार के लिए बढ़ी भीड़
श्मशान स्थलों पर एकाएक अंतिम संस्कार के लिए भीड़ बढ़ गई है। अकेले दिल्ली के श्मशान स्थल व कब्रिस्तानों में लाए गए शवों की संख्या तकरीबन 208 पहुंच गई। निगमबोध में रात्रि आठ बजे तक 124 शवों का अंतिम संस्कार किया गया। दिल्ली गेट स्थित कब्रिस्तान में शाम छह बजे तक 20 शव तथा पूर्वी दिल्ली के वेलकम में 16 शवों को दफनाया गया। जिन शवों का अंतिम संस्कार हुआ है उनके मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन शवों में दोगुने से अधिक की वृद्धि से श्मशान गृहों की व्यवस्था लड़खड़ा गई है तो अंतिम संस्कार में घंटों का इंतजार होने लग गया है।
आपात स्थिति को देखते हुए निगमबोध घाट पर अस्थायी कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई गई है। निगमबोध घाट के संचालन समिति बड़ी पंचायत वैश्य बीसे अग्रवाल के महामंत्री सुमन गुप्ता ने बताया कि भीषण गर्मी से यह आपात स्थिति पैदा हुई है, जिसके चलते व्यवस्था संभालने में 10 से अधिक लोग अस्थाई तौर पर लगाए गए हैं। काम के दबाव के कारण मौजूदा कर्मचारियों की स्थिति खराब होने लगी है।
उप्र में 96 लोगों की हुई मौत
उप्र में बुधवार को 96 लोगों की मृत्यु की जानकारी मिली है। स्थिति यह है कि कोई चलते-चलते रास्ते में गिर जा रहा है तो कोई बीच सफर दम तोड़ दे रहा। बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में भर्ती हैं। मौतों का सर्वाधिक आंकड़ा गाजियाबाद में है जहां मंगलवार को 30 मौतें हुई थीं तो बुधवार को 14 अन्य लोगों ने दम तोड़ दिया। अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है। लू के कारण कारण बसों के संचालन में भी बाधा आ रही है। सभी बस स्टेशनों पर ठंडे पानी व ओआरएस की व्यवस्था के सख्त निर्देश दिए गए हैं। परिवहन निगम के तीन संविदा चालकों व एक परिचालक की भी मौत की सूचना है।
आज हो सकती है हल्की वर्षा
मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली में गुरुवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली झोंकेदार हवा के साथ धूल भरी आंधी चलने, बादल बनने, बिजली चमकने और हल्की वर्षा होने के भी आसार हैं। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 42 और 33 डिग्री रह सकता है। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट भी जारी कर दिया है। हिमाचल प्रदेस समेत कई राज्यों में प्री मानसून के 21 जून तक सक्रिय रहने की संभावना है।
मौसम का बदला मिजाज, कई जगहों पर बारिश
भीषण गर्मी से झुलस रहे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई इलाकों में बारिश से गर्मी से परेशान लोगों को थोड़ी राहत मिली है। जम्मू-कश्मीर में गुलमर्ग और कठुआ समेत कई पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश से अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 29.4 डिग्री पर आ गया। उत्तराखंड के ज्यादातर क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई। देहरादून में अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया।
शिमला तेज हवा चलने के साथ वर्षा हुई
पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर व अमृतसर में तेज हवाओं के साथ हुई वर्षा से गर्मी से राहत मिली। हिमाचल प्रदेश के शिमला, सोलन, मंडी, कुल्लू, धर्मशाला, कांगड़ा, चंबा, बिलासपुर व हमीरपुर में 40 किलोमीटर घंटा की गति से आंधी चली। शिमला तेज हवा चलने के साथ वर्षा हुई। रोहतांग, बारालाचा, ¨शकुला, चंद्रताल व कुंजम दर्रे में बर्फ के फाहे गिरे।