भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले चार से पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में ‘घना’ से ‘बहुत घना’ कोहरा और ‘शीत दिवस ‘ की स्थिति जारी रहने की संभावना है.
इसके बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. दिल्ली में सर्दी का सितम मंगलवार को भी जारी रहा, इस दौरान हिमालय से ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों में चलीं. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा, “कोहरे और आंशिक रूप से बादल छाए रहने के कारण, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में कड़ाके की ठंड रही. दिल्ली के कुछ हिस्सों और राजस्थान तथा मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में ‘शीत दिवस’ की स्थिति देखी गई.”
आईएमडी ने कहा कि अगले दो दिन तक मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. सप्ताहांत में एक बार फिर शीतलहर चलेगी और तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली आने वाली कम से कम 21 ट्रेन कोहरे के कारण डेढ़ से पांच घंटे तक विलंबित हुईं. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में खराब मौसम के कारण सोमवार की रात पांच उड़ानों का मार्ग जयपुर की ओर परिवर्तित किया गया.
वहीं कश्मीर में इस समय ‘‘चिल्लई कलां” का दौर जारी है. 40 दिन का यह दौर सबसे मुश्किल समय होता है, जब बर्फबारी सबसे ज्यादा होती है. यह 21 दिसंबर से शुरू होकर 30 जनवरी को समाप्त होता है.
घाटी में ‘‘चिल्लई खुर्द” (छोटी सर्दी) के 20 दिन और ‘‘चिल्लई बच्चा” (शिशु सर्दी) के 10 दिन के बाद भी ठंड जारी रहती है. घाटी के ज्यादातर भागों में बृहस्पतिवार को बर्फबारी हुई थी.
एक ‘शीत दिवस’ तब होता है जब न्यूनतम तापमान सामान्य से 10 डिग्री सेल्सियस से कम या उसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है। एक ‘गंभीर ठंडा दिन’ तब होता है, जब अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक कम होता है।