देश के कई राज्यों में H3N2 वायरस तेजी से पैर पसारता जा रहा है. इस वायरस से देशभर में अब तक 10 लोगों की मौत हो गई है.
इस वायरस का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में है. यहां अब तक स्वाइन फ्लू और H3N2 के कुल 352 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें H3N2 से पीड़ित मरीज 58 मरीज हैं. राज्य में H3N2 इंफ्लूएंजा से दूसरी मौत की खबर सामने आई है. पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवाड़ में H3N2 से एक 73 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई है.
8 मार्च को संबंधित बुजुर्ग बुखार और सर्दी की शिकायत लेकर पिंपरी चिंचवाड के यशवंतराव चव्हाण महानगरपालिका अस्पताल में भर्ती हुए. उन्हें चेकअप के बाद आईसीयू में रखा गया. मरीज कोमॉर्बिडिटी (सहरुग्णता) की स्थिति में थे. उन्हें सांस और हार्ट की बीमारी भी थी. गुरुवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इससे पहले अहमदनगर के 23 साल के एमबीबीएस स्टूडेंट की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. उस विद्यार्थी के संपर्क में आए सभी लोगों की जांच की जा रही है.
सीएम शिंदे ने स्वास्थ्य विभाग के साथ की मीटिंग
सीएम एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को H3N2 के बढ़ते खतरों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग के साथ एक अहम मीटिंग की. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने बताया कि H3N2 वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि H3N2 वायरस जानलेवा नहीं है. इसे इलाज के जरिए ठीक किया जा सकता है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है.
79% सैंपल्स में मिला H3N2 वायरस
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि लैब में टेस्ट किए गए इंफ्लूएंजा सैंपल्स में से लगभग 79% में H3N2 वायरस पाया गया है. इसके बाद 14% सैंपल्स में इंफ्लूएंजा बी विक्टोरिया वायरस पाया गया है. 7% में इंफ्यूएंजा ए H1N1 वायरस पाया गया है. H1N1 को आम भाषा में स्वाइन फ्लू भी कहा जाता है.