इजराइल में अदाणी समूह के स्वामित्व वाले हाइफा बंदरगाह के चेयरमैन बने रॉन मलका
अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) और इजराइल के गादोत समूह के संघ ने इजराइल में हाइफा बंदरगाह के 1.18 अरब डॉलर में निजीकरण के लिए पिछले वर्ष जुलाई में बोली जीती थी.
भारत में इजराइल के पूर्व राजदूत रॉन मलका ने हाइफा पोर्ट कंपनी (एचपीसी) के कार्यकारी चेयरमैन का पदभार संभाला लिया है. एचपीसी का स्वामित्व अदाणी समूह की अगुवाई वाले संघ के पास है.
अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) और इजराइल के गादोत समूह के संघ ने इजराइल में हाइफा बंदरगाह के 1.18 अरब डॉलर में निजीकरण के लिए पिछले वर्ष जुलाई में बोली जीती थी.
मलका ने ट्वीट किया, ‘‘अदाणी ऑनलाइन की तरफ से हाइफा पोर्ट कंपनी के कार्यकारी चेयरमैन का पद संभालने का आज मुझे जो मौका मिला उससे मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं. अदाणी, गादोत के अनुभव तथा विशेषज्ञता के मेल और बंदरगाह कर्मियों के समर्पण से हाइफा पोर्ट समृद्धि की नई ऊंचाइयां छुएगा.”
मलका 2018 से 2021 तक भारत में इजराइल के राजदूत थे.
हाइफा बदंरगाह शिपिंग कंटेनर के मामले में इजराइल का दूसरा सबसे बड़ा पोत और पर्यटक क्रूज शिप के मामले में सबसे बड़ा बंदरगाह है. अदाणी समूह ने इस वर्ष जनवरी में इस बंदरगाह का आधिकारिक तौर पर अधिग्रहण कर लिया था.