अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार (14 नवंबर) को कहा कि वह आतंकवादी ग्रुप हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी बंधकों की रिहाई के लिए रोजाना बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि ऐसा होगा।
व्हाइट हाउस के एक कार्यक्रम में बाइडेन से जब पत्रकारों ने पूछा कि बंधकों के परिवारों के लिए उनका क्या संदेश है? इसपर उन्होंने कहा, “वहां रुको, हम आ रहे हैं।” राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि वह बंधकों की संभावित रिहाई पर बातचीत में शामिल पक्षों से रोजाना बात करते हैं, लेकिन उन्होंने इसके बारे में किसी भी तरह की जानकारी देने से इनकार किया।
बाइडेन के शीर्ष सलाहकार कर रहे हैं बातचीत
जो बाइडेन के इस बयान के बाद व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि इस मामले को लेकर राष्ट्रपति बाइडेन के शीर्ष सलाहकार, ब्रेट मैकगर्क, इजरायल, वेस्ट बैंक, कतर, सऊदी अरब और अन्य देशों के अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए क्षेत्र में जा रहे हैं।
व्हाइट हाउस ने बयान में क्या कहा?
व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया है, “इजरायल में, वह इजरायल की सुरक्षा जरूरतों, सैन्य अभियानों के दौरान नागरिकों की सुरक्षा की अनिवार्यता पर चर्चा करेंगे। इसके साथ ही बाइडेन बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए चल रहे प्रयासों और वेस्ट बैंक में हिंसक चरमपंथियों पर लगाम लगाने की जरूरत पर भी बातचीत करेंगे।”
हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर किया था हमला
इजरायली अधिकारियों के मुताबिक, हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को गाजा बॉर्डर पार करके इजरायल में जबरदस्त हमला कर दिया था, इसमें लगभग 1,200 लोगों की मौत हो गई और लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया गया। हमास ने आज तक केवल चार बंधकों को रिहा किया है।
जो बाइडेन और शी जिनपिंग की व्हाइट हाउस में मुलाकात
उधर इनसब के बीच जो बाइडेन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बुधवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे। दोनों नेता बैठक के दौरान इजरायली संघर्ष पर बात करेंगे। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि इजरायल संकट को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन और राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्विपक्षीय वार्ता के दौरान चर्चा करेंगे।
किर्बी ने कहा कि अमेरिका, चीन द्वारा इजरायल का समर्थन करने और क्षेत्र में मानवीय सहायता प्राप्त करने के कदम का स्वागत करता है। बता दें कि बाइडेन सैन फ्रांसिस्को में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के दौरान बुधवार को एक साल में पहली बार अपने चीनी समकक्ष से व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे।