यूक्रेन और उसके सहयोगियों ने रविवार को पोप फ्रांसिस से नाराजगी जताई है।
पोप ने कहा था कि कीव को रूस के साथ युद्ध को समाप्त करने के लिए बातचीत करने का साहस दिखाना चाहिए। पोप के बयान का अर्थ यह निकाला गया कि पोप ने यह बयान देकर यूक्रेन से आत्मसमर्पण करने के आह्वान किया है।
पोप की टिप्पणियों की निंदा की
यूक्रेन और पोलैंड के विदेश मंत्रियों ने पोप की टिप्पणियों की निंदा की है। पोलैंड के विदेश मंत्री राडेक सिकोरस्की ने एक्स पर पोस्ट कर तंज कसा, पुतिन को यूक्रेन से अपनी सेना वापस बुलाने का साहस करने के लिए प्रोत्साहित करना कैसा रहेगा? बातचीत की जरूरत के बिना तुरंत शांति स्थापित हो जाएगी।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने अपने पोस्ट में आरोप लगाया कि वेटिकन ने नाजी जर्मनी का विरोध करने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किया था।
जेलेंस्की ने भी किया विरोध
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि पोप इसमें उलझे हुए थे। जेलेंस्की ने कहा कि कभी भी समर्पण न करें। जेलेंस्की ने पोप या उनके बारे में कोई सीधा नाम नहीं लिया। विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने एक पोस्ट में लिखा,
मजबूत व्यक्ति किसी भी विवाद में खड़ा रहता है। पोप को एक ही स्तर पर रखने का प्रयास करने के बजाय अच्छाई का पक्ष चुनना चाहिए।