दिल्ली का मौसम लगातार बदल रहा है. सुबह और शाम की ठंड के साथ प्रदूषण (Delhi Pollution) का स्तर पर भी बढ़ रहा है.
दिल्ली के साथ-साथ आसपास के शहरों में भी प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है. आज सुबह दिल्ली का एक्यूआई लेवल 217 (Delhi AQI Level) है, जिसे खराब स्थिति में आंका जाता है. अगर हालात इसी तेजी से बिगड़ते रहे, तो कुछ दिनों बाद दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो जाएगा. दिल्ली में दम घुटने वाले हालात हो जाएंगे. दिल्ली में पिछले कुछ सालों से नवंबर-दिसंबर में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ रहा है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
दिल्ली-NCR में तेजी से बढ़ रहा प्रदूषण
दिल्ली में आज सुबह 5 बजे प्रदूषण का स्तर यानि AQI लेवल 217 दर्ज किया गया. उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक्यूआई 232, ग्रेटर नोएडा में 238, गाजियाबाद में 218 और हापुड़ में 257 दर्ज किया गया. हरियाणा के चरखी दादरी में एक्यूआई 213 पहुंच गया, वहीं, राजस्थान के भिवाड़ी में प्रदूषण का स्तर 210 पहुंच गया. बता दें कि 201 से 300 के बीच का एक्यूआई लेवल खराब श्रेणी में आता है. वहीं, 301 से 400 तक ये स्थिति बेहद खराब में पहुंच जाती है. 401 से 500 तक एक्यूआई लेवल पहुंचे पर सांस लेना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में दिल्ली किसी गैस चैंबर में तब्दील हो जाता है.
शहर प्रदूषण का स्तर(AQI)
दिल्ली 217
नोएडा 232
ग्रेटर नोएडा 238
गाजियाबाद 218
हापुड़ 257
चरखी दादरी 213
भिवाड़ी 210
दिल्ली में बढ़ा प्रदूषण ग्रैप-1 लागू
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है और ग्रेप का लेवल वन लागू कर दिया है. दिल्ली-एनसीआर के लिए केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण समिति ने सोमवार को क्षेत्र की राज्य सरकारों को क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (ग्रैप-1) के पहले चरण को लागू करने का निर्देश दिया. दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन ‘खराब’ श्रेणी में है. ग्रैप का लेवल-1 लागू होने के बाद अब दिल्ली में निर्माण स्थलों पर धूल शमन, उचित अपशिष्ट प्रबंधन और नियमित तौर पर सड़कों की सफाई के माध्यम से प्रदूषण को नियंत्रित करने पर जोर रहेगा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सोमवार शाम चार बजे तक दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 234 (खराब श्रेणी) रहा. आधिकारिक बयान में कहा गया कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की उप-समिति ने वर्तमान वायु गुणवत्ता की समीक्षा की और जीआरएपी के पहले चरण को लागू करने का फैसला किया.
दिल्ली में पटाखों पर भी प्रतिबंध
प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बीच दिल्ली सरकार ने सोमवार को शहर में सभी तरह के पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया, जो एक जनवरी, 2025 तक प्रभावी रहेगा. प्रतिबंध पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भातरीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने दिवाली के दौरान पटाखों पर वार्षिक प्रतिबंध लगाने के पीछे के औचित्य पर सवाल उठाया और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर बिना कोई वैज्ञानिक सबूत पेश किए इसे लागू करने का आरोप लगाया.