कश्मीरी युवाओं को आतंक की राह में धकेल रहा था पाकिस्तानी आतंकी इलियास, सीआइ विंग ने पेश किया आरोप पत्र
कश्मीर में स्थानीय युवाओं की आतंकी संगठनों में भर्ती करने और आतंकी हमलों के षड्यंत्र रचने के मामले में पाकिस्तानी आतंकी इलियास कश्मीरी उर्फ गाजी हमास समेत चार आतंकियों के खिलाफ पुलिस की सीआइ विंग ने एनआइए अधिनियम के तहत विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया है।
इलियास कश्मीरी फरार है और उस पर तीन लाख का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस के काउंटर इंटेलीजेंस (सीआइ) विंग की कश्मीर इकाई ने बीते वर्ष कश्मीर में युवाओं में जिहादी मानसिकता पैदा करने, स्थानीय युवाओं को आतंकी संगठनों में भर्ती करने और आतंकी हमलों के एक षड्यंत्र का पता लगाकर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की।
गाजी हमास ने कश्मीर में एक मॉड्यूल तैयार किया
जांच के दौरान पुलिस ने पता लगाया कि पाकिस्तानी हैंडलर और आतंकी कमांडर इलियास कश्मीरी उर्फ गाजी हमास ने कश्मीर में एक माड्यूल तैयार किया है। उसके इस माड्यूल में बीरवाह बड़गाम जिले का वसीम अहमद शेख, टेकीपोरा लोलाब कुपवाड़ा का जुनैद अहमद मीर और दरबाग हारवन श्रीनगर का शब्बीर अहमद गोजरी शामिल हैं।
इलियास कश्मीरी इंटरनेट मीडिया के विभिन्न माध्यमों और एन्कि्रप्टेड मैसे¨जग एप्लीकेशन का प्रयोग कर कश्मीरी युवाओं को आतंकी संगठनों में शामिल होने के लिए तैयार कर रहा है।
कश्मीर में नए आतंकियों की भर्ती कर रहा था
प्रवक्ता ने बताया कि इलियास कश्मीरी उर्फ गाजी हमास अपने मंसूबों को पूरा करने के लिए वसीम अहमद शेख, जुनैद अहमद मीर और शब्बीर अहमद गोजरी के साथ इंटरनेट मीडिया के जरिये लगातार संपर्क में था। वह इनके जरिये कश्मीर में न सिर्फ नए आतंकियों की भर्ती कर रहा था बल्कि आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए कश्मीर में पहले से सक्रिय आतंकियों के लिए साजो सामान भी पहुंचाने का काम कर रहा था।
इलियास कश्मीरी फरार है
वसीम अहमद शेख, जुनैद अहमद मीर और शब्बीर अहमद गोजरी प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैसे लश्कर, एयूजीएच, जेईएम के मददगार के रूप में भी काम कर रहे थे। सभी आवश्यक साक्ष्य और तथ्य जुटाने के बाद पुलिस ने इलियास कश्मीरी के तीन स्थानीय साथियों को पकड़ लिया और इस समय यह तीनों जेल में हैं, लेकिन इलियास कश्मीरी फरार है और उसे पकड़ने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।