संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा। इसे लेकर भारत ने उसे लताड़ लगाई है। भारत ने कहा कि बच्चों के खिलाफ गंभीर अपराधों से ध्यान भटकाने का यह पाकिस्तान का आदतन प्रयास है।
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के दूत मुनीर अकरम द्वारा बच्चों और सशस्त्र संघर्ष पर खुली बहस के दौरान परिषद में जम्मू-कश्मीर का जिक्र किए जाने के बाद भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का हमेशा अविभाज्य हिस्सा रहेंगे
संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर. रवींद्र ने कहा, “जहां तक केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का सवाल है, वे भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा थे, हैं और हमेशा रहेंगे।” यह लगातार दूसरा दिन था, जब मुनीर ने संयुक्त राष्ट्र में अपनी टिप्पणी में कश्मीर का मुद्दा उठाया और भारत ने उसे कड़ी प्रतिक्रिया दी।
पाकिस्तान में 73 बच्चों के खिलाफ 78 गंभीर उल्लंघन की सूचना
बच्चों और सशस्त्र संघर्ष पर महासचिव की रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान में 73 बच्चों (13 लड़के, सात लड़कियां, 53 लिंग अज्ञात) के खिलाफ कुल 78 गंभीर उल्लंघन की सूचना मिली थी। रिपोर्ट में जनवरी से दिसंबर 2023 तक की अवधि की घटनाओं को शामिल किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने रिपोर्ट पर पाकिस्तान को लेकर टिप्पणी की
रिपोर्ट में पाकिस्तान के बारे में अपनी टिप्पणी में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि मैं रिपोर्ट किए गए गंभीर उल्लंघनों में वृद्धि, विशेष रूप से बच्चों की हत्या और अपंगता, स्कूलों के खिलाफ हमलों और अफगानिस्तान के साथ सीमा क्षेत्रों में घटनाओं के बारे में चिंतित हूं।