अमेरिका में विमानन सेवाएं फिर से सामान्य हो गई हैं। बता दें कि फेडेरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के कंप्यूटर सिस्टम में तकनीकी खराबी के चलते अमेरिका में विमानन सेवाएं ठप हो गईं थी।
इस दौरान अमेरिका में गुरुवार को 3700 से ज्यादा फ्लाइट्स देरी से चलीं या फिर कैंसिल हुईं। वहीं बुधवार को 1300 फ्लाइट्स कैंसिल हुईं और 11 हजार फ्लाइट्स हजार देरी से चलीं। इसके चलते अमेरिका में करीब 10 लाख से ज्यादा यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी।
बता दें कि फेडेरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के नोटिस टू एयर मिशन सिस्टम (NOTAM) सिस्टम में खराबी आई थी। यह सिस्टम उड़ान के दौरान विमान के पायलट को सुरक्षा संबंधी जानकारी देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नोटिस टू एयर मिशन सिस्टम के तहत विमान के पायलट को मौसम, ज्वालामुखी विस्फोट, हवाई क्षेत्र में कोई प्रतिबंध, पैराशूट जंप, रॉकेट लॉन्च और किसी तरह के सैन्य अभ्यास आदि के बारे में जानकारी दी जाती है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना ना हो। साथ ही हवाई पट्टी पर बर्फबारी, लाइटों में गड़बड़ी आदि की जानकारी भी दी जाती है।
फेडेरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि डाटाबेस फाइल में खराबी के चलते नोटिस टू एयर मिशन सिस्टम में दिक्कत आई। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की स्थिति का सामना ना करना पड़े। फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि डाटाबेस में यह खराबी कैसे आई।
अमेरिका ने फेडेरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन पर किसी तरह के साइबर अटैक से इंकार किया है। वहीं इस घटना के बाद अमेरिका में फेडेरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन में भारी निवेश की बात उठ गई है और लोगों का कहना है कि भविष्य में इस तरह की स्थिति से बचने के लिए भारी निवेश की जरूरत होगी और सिस्टम और सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने की मांग उठ रही है। बता दें कि 11 सितंबर 2001 के हमले के वक्त भी अमेरिका में विमानन सेवाएं रोक दी गईं थी। अब उसके 20 साल बाद तकनीकी खराबी के चलते फिर यह स्थिति आई।