ओडेसा पर रूसी हमलों से अंधेरे में लाखों लोग, बढ़ा पानी का संकट

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कर्स्क स्थित रूसी एयरबेस पर यूक्रेनी हमले के बाद रूस ने मिसाइल व ड्रोन हमले तेज कर दिए हैं।

शनिवार-रविवार को रूस और यूक्रेन के बीच यूक्रेन के दक्षिणी इलाके में ओडेसा और मेलितोपोल में जबरदस्त भिडंत हुई। रूस ने ओडेसा पर ड्रोन से हमले किए, तो यूक्रेन ने मेलितोपोल पर मिसाइलें दागकर जवाब दिया। यूक्रेनी सेना का दावा है कि बीते एक दिन में रूस के 10 से ज्यादा ड्रोन मार गिराए हैं। हालांकि, कुछ ड्रोन बिजली और पानी की आपूर्ति से जुड़े ढांचों को तबाह करने में कामयाब रहे, जिसकी वजह से ओडेसा में करीब 15 लाख लोग बिना बिजली के हैं।

वहीं, रूस ने बताया कि यूक्रेन के मिसाइल हमले से मेलितोपोल में रविवार को दौ रूसी सैनिकों की मौत हुई, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं। रूस की तरफ से मेलितोपोल में गवर्नर नियुक्त किए गए येवगेनी बालिट्स्की ने बताया कि यूक्रेन ने छह मिसाइलें दागी थीं, जिनमें से दो को वायु रक्षा प्रणालियों ने नष्ट कर दिया, चार अपने लक्ष्य तक पहुंच गईं। बालिट्स्की ने बताया कि यह हमला अमेरिका से मिली हिमार्स मिसाइलों से किया।

पिछले सप्ताह यूक्रेन ने रूसी सीमा के 600 किमी अंदर कर्स्क प्रांत में स्थित एक एयरबेस पर मिसाइल हमला किया, जिसे लेकर रूस ने अमेरिका और पश्चिमी देशों की तरफ से रूस के खिलाफ सीधे युद्ध के संकेत माना है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस परमाणु हथियारों के पहले इस्तेमाल नहीं करने की नीति से बंधा हुआ नहीं है। बल्कि, अगर किसी ने रूस पर परमाणु हाथियारों का इस्तेमाल किया, रूस उस देश को धरती के नक्शे से मिटा देगा। एजेंसी

जी 7 प्राइस कैप पर भारत का शुक्रिया अदा किया
रूस के उप प्रधानमंत्री एलेक्जेंडर नोवाक ने शनिवार को मॉस्को में भारत के राजदूत पवन कपूर से मुलाकात कर कहा कि जी 7 के प्राइस कैप प्रस्ताव का समर्थन नहीं करने के भारत के फैसले का रूस स्वागत करता है। नोवाक ने कहा कि भारत रूस का परखा हुआ साथी है। साझा हितों को समझने और उनकी रक्षा के लिए रूस भारत का शुक्रिया अदा करता है।

रूसी ब्लॉगर का दावा, अधिकारी पुतिन से नाराज
मशहूर रूसी राष्ट्रवादी ब्लॉगर इगोर गिरकिन ने दावा किया है कि यूक्रेन में जंग लड़ रहे बहुत से रूसी सैनिक और अधिकारी पुतिन से नाराज हैं। रूस की केंद्रीय सुरक्षा सेवा के अधिकारी रह चुके गिरकिन का यह दावा चौंकाने वाला है, क्योंकि रूस में कोई भी खुले आम पुतिन की अलोचना नहीं करता है। गिरकिन उन शीर्ष अधिकारियों में शामिल थे, जिन्होंने क्रीमिया पर रूसी कब्जे में अहम भूमिका निभाई थी। गिरकिन ने कहा कि रूसी सेना को बड़े सुधार की जरूरत है।

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