इजरायल की सेना लेबनान की सीमा में दाखिल हो चुकी है। लेबनान में इजरायली सेना ने सैन्य कार्रवाई को अंजाम देना शुरू कर दिया है। इजरायल ने यह जानकारी अमेरिका को भी दे दी है।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने संवाददाताओं को बताया, “उन्होंने (इजरायल) हमें बताया है कि वे वर्तमान में सीमा के निकट हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर सीमित अभियान चला रहे हैं।” अमेरिका ने आगे बताया कि इजरायल ने लेबनान में जमीनी सेना भेज दिया है।”
जानकारी के मुताबिक, यह सैन्य कार्रवाई बड़ी होने वाली है या छोटी, इस बात की जानकारी अमेरिका ने नहीं दी है। बता दें कि इजरायली सेना के लेबनान में दाखिल होने की आधिकारिक जानकारी इजरायल ने अभी तक नहीं दी है।
संघर्ष विराम की वकालत कर रहा अमेरिका
हालांकि, अमेरिका ने एक बार फिर इजरायल-हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष विराम की वकालत की है। मिलर ने कहा,”अमेरिका इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच युद्ध विराम का समर्थन करता है, लेकिन उन्होंने कहा कि सैन्य दबाव कई बार कूटनीति को सक्षम बना सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि सैन्य दबाव गलत अनुमान और अनपेक्षित परिणामों को भी जन्म दे सकता है।
हमारा हौसला कम नहीं हुआ: हिजबुल्लाह
वहीं, हिजबुल्लाह ने भी इजरायल को चुनौती दी है। हिजबुल्लाह ने कहा है कि वह मुकाबले के लिए तैयार है, 2006 के युद्ध की तरह इजरायल को एक बार फिर मुंह की खानी होगी। हिजबुल्ला के उप प्रमुख नईम कासिम ने कहा है कि कई नेताओं को खोने के बावजूद हमारा हौसला कम नहीं हुआ है। इजरायल में 150 किलोमीटर भीतर तक हमारे रॉकेट और मिसाइल हमले हो रहे हैं, जमीनी लड़ाई में भी हम मुकाबले को तैयार हैं।
जल्द ही चुना जाएगा हिजबुल्लाह का नया नेता
हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरुल्ला की मौत के बाद पहली बार संगठन के किसी बड़े नेता का बयान आया है। बयान में कासिम ने कहा है कि जल्द ही हिजबुल्ला का नया नेता चुना जाएगा। इस बीच लेबनान सीमा पर इजरायली सेना का जमावड़ा बढ़ रहा है, सोमवार को इजरायली रक्षा मंत्री योएव गैलेंट ने वहां पहुंचकर सैनिकों को संबोधित किया।
युद्ध के खतरे के बीच लेबनान ने अपनी सेना को इजरायली सीमा से पांच किलोमीटर पीछे बुला लिया है। रूस ने भी पश्चिम एशिया में बड़े युद्ध की आशंका जताई है।