Bihar Weather : बिहार के इन 10 जिलों में मिचौंग तूफान का असर, बारिश और हवा ने बढ़ाई ठंड, पढ़ें अपने शहर का ताजा तापमान
राजधानी पटना सहित प्रदेश के दक्षिणी भागों के कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा व बूंदाबांदी की संभावना है।
आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ सुबह के समय अधिसंख्य भागों में धुंध का प्रभाव बना रहेगा। 48 घंटों बाद न्यूनतम तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने के साथ ठंड में बढ़ोतरी की संभावना है। वहीं बिहार के 10 शहरों में मिचौंग तूफान का असर देखने को मिला।
बीते 24 घंटों के दौरान डेहरी, नवादा व भागलपुर में हल्की वर्षा दर्ज की गई। पटना सहित 28 शहरों के न्यूनतम तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई। 14.5 डिग्री सेल्सियस के साथ किशनगंज प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। राजधानी का न्यूनतम तापमान 18.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बुधवार को पटना व आसपास इलाकों में बादल छाए रहने के साथ बूंदाबांदी की स्थिति बनी रही। शाम में पछुआ के कारण ठंड का प्रभाव रहा।
बिहार के इन 10 जिलों में चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर
बिहार के 10 जिलों में चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर देखने को मिल रहा है। बुधवार को पटना, अरवल, भागलपुर, नालंदा, नवादा, बांका, औरंगाबाद, जहानाबाद, रोहतास और बेगूसराय में हल्की बारिश और मध्यम गति की हवा चल रही थी। दिन भर आसमान में बादल छाए रहे।
पूर्वानुमान अधिकतम न्यूनतम
पटना
7 दिसंबर 27.0 18.0
8 दिसंबर 27.0 17.0
मुजफ्फरपुर
7 दिसंबर 24.0 18.0
8 दिसंबर 26.0 16.0
भागलपुर
7 दिसंबर 25.0 19.0
8 दिसंबर 27.0 18.0
अरवल जिले में चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर
चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर अरवल जिले में दिखने लगा है। बूंदाबांदी ने ठंड बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो बारिश की संभावना बनी है। बुधवार को जिले के कई हिस्सों में बूंदाबांदी गिरी। मौसम विभाग के अनुसार पछुआ हवा के प्रवाह से ठंड और कनकनी बढ़ेगी।
10 दिसंबर के बाद ठंड ज्यादा बढ़ेगी। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी मनीष कुमार ने किसानों से आठ दिसंबर के बाद गेहूं की बुआई प्रारंभ करने की अपील की है।
इधर, ठंड में बढ़ोतरी होते ही बाजार में गर्म कपड़ों की मांग बढ़ गई है। दुकानों पर खरीदारों की भीड़ आने लगी है। टोपी, मफलर, चादर, कंबल, स्वेटर जैसे गर्म कपड़ों की लोग खूब खरीदारी कर रहे हैं। खरीदारों ने बताया कि इसवर्ष गर्म कपड़ों की कीमतों में 20 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। नए फैशन के जैकेट, टोपी की मांग ज्यादा है।
मौसम में बदलाव से किसानों की चिंता थोड़ी दूर मौसम में बदलाव से किसानों की चिंता थोड़ी दूर हुई है। तापमान में गिरावट नहीं होने से किसान गेहूं की बुआई नहीं कर पा रहे थे। खेती लगातार पिछड़ती जा रही थी। बीज के अंकुरण में समस्या होने का डर सता रहा था। मंगलवार से हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई है।
बारिश से गहूं की बोआई और धान की कटनी प्रभावित होगी
किसान अवधेश सिंह, प्रमोद कुमार, सोभन यादव ने कहा कि खेतों में नमी की समस्या बनी थी, मौसम में आए बदलाव से समस्या दूर होने की संभावना है। धान की रोपनी भी इस बार विलंब से हुई थी, जिससे धान की कटनी अभी बाकी है। बारिश से कटनी प्रभावित होगी। इसका असर गेहूं की बोआई पर पड़ेगा। प्रति कट्ठा चार से पांच किलो गेहूं की उपज कम होने की संभावना है। ठंड बढ़ने से आलू की पैदावार अच्छी होगी।