बंगाल में एक तलाकशुदा पति-पत्नी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) में एक ही सीट से एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाला है.
दरअसल, यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की. इस लिस्ट में सुजाता मंडल का भी नाम शामिल है जो अपने पूर्व पति सौमित्र खान के खिलाफ बांकुड़ा जिले की बिश्नुपुर सीट से चुनाव लडे़ंगी.
बता दें कि सौमित्र खान बीजेपी की ओर से बंगाल के बिश्नुपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं अब रविवार को तृणमूल ने भी इसी सीट से अपनी उम्मीदवार सुजाता मंडल को उतारा है. राज्य में 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले इस जोड़े में अलगाव हो गया था. सौमित्र खान ने उस वक्त कैमरा पर ही सुजाता को तलाक देने की घोषणा कर दी थी, जब वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गई थीं.
बिष्णुपुर के दिग्गज नेता सौमित्र खान 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले तृणमूल से भाजपा में शामिल हो गए थे. उस समय उनकी पत्नी ने उनके लिए प्रचार किया था. तृणमूल ने 10 मार्च को बंगाल में 42 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिससे स्पष्ट हो गया है कि ममता बनर्जी ने अकेले ही चुनावों में उतरने का फैसला किया है.
हालांकि, उनके इस फैसले से कांग्रेस काफी दुखी है क्योंकि पार्टी को उम्मीद थी कि ममता बनर्जी राज्य में उम्मीदवारों की घोषणा से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर एक बर फिर बात करेंगी और INDIA गठबंधन के साथ संबंधों पर पुनर्विचार करेंगी.
कांग्रेस लीडर जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कई बार पश्चिम बंगाल में टीएमसी के साथ सम्मानजनक सीट-बंटवारा समझौता करने की अपनी इच्छा व्यक्त की है. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने हमेशा कहा है कि इस तरह के समझौते को बातचीत के माध्यम से अंतिम रूप दिया जाना चाहिए, न कि एकतरफा घोषणाओं से”.
तृणमूल ने कम से कम आठ मौजूदा सांसदों को हटा दिया है और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान और कीर्ति आज़ाद जैसे कई नए चेहरों को लोकसभा चुनाव 2024 में उतारा है. यूसुफ पठान बहरामपुर लोकसभा सीट से तृणमूल के कट्टर प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. पांच बार सीट जीतने वाले रंजन चौधरी ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल को ममता बनर्जी पर भरोसा नहीं करना चाहिए.
उन्होंने कहा, ”ममता बनर्जी को डर है कि अगर वह भारत गठबंधन में बनी रहीं, तो पीएम मोदी नाखुश होंगे,” उन्होंने अपनी लगातार राय को रेखांकित करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस भाजपा की “बी टीम” है.