Himachal Rain: मंडी में बादल फटने से बड़ी तबाही, तीन घर क्षतिग्रस्त, 11 लोग बहे, NDRF-SDRF की टीम रवाना

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मंडी जिले के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के धम्चयाण पंचायत के राजवन गांव में आधी रात को बादल फटने से भारी तबाही हुई है। कई घर पानी में तेज बहाव में बह गए हैं। 11 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं।

दुर्गम क्षेत्र होने के कारण प्रशासन का पंचायत प्रतिनिधियों व टिक्कन उपतहसील के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। मोबाइल सेवा ठप है। संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से कट गए हैं।

उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन राहत एवं बचाव दल के साथ धम्चयाण के लिए रवाना हो गए हैं। राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को बुलाया गया है। प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान के लिए वायुसेना की मदद मांगी है।

प्रशासनिक मशीनरी सक्रिय
बुधवार रात करीब 12 बजे राजवन गांव में बादलों की गड़गड़ाहट के बीच जोर का धमाका हुआ। देखते ही देखते चारों ओर पानी ही पानी हो गया। इससे पहले लोग कुछ समझ पाते पानी अपने साथ सब कुछ बहाकर ले गया। सूचना मिलने के बाद रात को ही प्रशासनिक मशीनरी पूरी तरह से सक्रिय हो गई।

शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित
बादल फटने की घटना, मौसम विभाग की चेतावनी और संपर्क मार्गों के बंद होने के कारण जिला प्रशासन ने पद्धर उपमंडल के शिक्षण संस्थानों में आज छुट्टी घोषित कर दी है। पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग भी भूस्खलन होने से जगह जगह बाधित है। यहां वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है।

लारजी व पंडोह बांध के गेट खोले गए
ब्यास नदी के कैचमेंट क्षेत्र में भारी वर्षा को देखते हुए राज्य विद्युत परिषद ने 126 मेगावाट क्षमता के लारजी बांध व बीबीएमबी ने पंडोह बांध के गेट खोल दिए हैं। भुंतर में ब्यास का स्तर 30580 क्यूसेक दर्ज किया गया है। पंडोह बांध में पानी की आवक 43328 क्यूसेक तक पहुंच गई है।

लारजी बांध के गेट 21 मीटर तक खोले गए हैं। बांध में पानी का स्तर 962 मीटर बना हुआ है। पंडोह बांध से निचले ओर 35610 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। गेट नंबर चार, पांच मीटर व पांच नंबर एक मीटर तक खोला गया है।

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