हरियाणा: नूंह में धार्मिक जुलूस में हिंसा, 3 की मौत; 7 पुलिसकर्मी जख्मी

0 44

हरियाणा के मेवात जिले के नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की तरफ से निकाली जा रही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान बवाल हो गया.

दो गुटों में टकराव के बाद पथराव और आगजनी की खबर है. उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया. पुलिस पर भी पथराव किया गया. गुरुग्राम पुलिस के डीसीपी वीरेंद्र बिज के मुताबिक नूंह में हो रहे बवाल के बीच दो होमगार्ड जवानों की मौत हो गई है. वहीं, 7 पुलिसकर्मी जख्मी हैं.

सूत्रों के मुताबिक, बवाल के बाद शोभा यात्रा में शामिल होने आए करीब 2500 लोग नल्हड़ मंदिर में फंसे हुए थे. पुलिस ने उन्हें रेस्क्यू करा लिया है. मंदिर में कुछ मीडियाकर्मी फंसे थे, उन्हें भी निकाल लिया गया है. पुलिस के मुताबिक, अब तक हिंसा में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. कुछ जगहों पर लोगों द्वारा फायरिंग की खबर भी है. इसके चलते गुरुग्राम से सोहना तक का रास्ता बंद कर दिया गया है.

इंटरनेट बंद और लगाई गई धारा-144
नूंह जिला प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई है. एक हजार से ज्यादा पुलिस जवानों की तैनाती की गई है. जिले की सीमाएं सील कर दी गई. डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पंवार ने बताया कि जिला में शांति व्यवस्था के लिए धारा-144 लगाई गई है. इस दौरान 5 या अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने, किसी भी प्रकार के लाइसेंसी हथियार या फायर आर्म्स, तलवार, गंडासा, लाठी, बरछा, कुल्हाड़ी, जेली, चाकू व अन्य हथियार लेकर चलने पर पाबंदी है. ये आदेश तुरंत प्रभाव से लागू हो गया है और अगले आदेश तक जारी रहेगा. आदेशों की अवहेलना करने वालों पर भारतीय दंड संहिता की धारा-188 के तहत कार्रवाई की जाएगी.

गुरुग्राम और फरीदाबाद में बंद रहेंगे शिक्षण संस्थान
नूंह में हिंसा के बाद 1 अगस्त को गुरुग्राम में सभी स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे. फरीदाबाद में भी सभी स्कूल-कॉलेजों, कोचिंग सेंटर और इंस्टीट्यूट को बंद रखने का ऐलान किया गया है.

तिरंगा पार्क के पास हुआ बवाल
रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी. जैसे ही यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची, वहां एक समूह के लोग पहले से जमा थे. आमने-सामने आते ही दोनों पक्षों में तकरार हो गई. देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया. कुछ गाड़ियों में आगजनी की भी खबर है. शोभायात्रा मे चल रही पुलिस स्थिति को संभालने की कोशिश कर रही है.

इन लोगों को बवाल का आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक, नूंह के मोनू मानेसर व उसके बजरंग दल से जुड़े साथियों पर कई लोगों की जान लेने का आरोप है. उसने कुछ दिन पहले वीडियो वायरल किया था और उसने खुले तौर पर चुनौती दी थी कि वह यात्रा के दौरान मेवात में रहेगा. जिस पर इलाके के लोगों ने भी पलटवार किया था. क्षेत्र का माहौल पहले से ही गर्म था. बताया जा रहा है कि कुछ भीड़ ने मोनू मानेसर और उसके साथियों को शोभायात्रा के दौरान देख लिया. इसके बाद नूंह शहर के पास गुरुग्राम-अलवर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जमकर बवाल हुआ.

गोलीबारी और आगजनी भी हुई
बवाल के दौरान गोलीबारी से लेकर आगजनी की घटना हुई. कई सरकारी वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई. कुछ निजी वाहनों को भी भीड़ ने निशाना बनाया. कुल मिलाकर इस मामले को कंट्रोल करने के लिए तकरीबन 1000 जवान मैदान में उतार दिए गए. पुलिस ने भी मामले को शांत करने के लिए फायरिंग की. हालात तनावपूर्ण है और कई जगह छूटपुट घटनाओं की खबर सामने आ रही हैं.

नूंह-होडल मार्ग पर डायवर्ट
घटना के बाद रूट को नूंह-होडल मार्ग पर डायवर्ट कर दिया गया है. इसके अलावा नूंह शहर पूरी तरह से सुनसान है. इस घटना के बाद ज्यादातर बाजार बंद हो चुका है और लोग अपने घर जा चुके हैं.

सभी मार्केट बंद
विवाद बढ़ने के बाद पूरे नूंह शहर का मार्केट बंद हो गया है. सबसे पहले तिरंगा पार्क के आसपास के इलाके की दुकानें बंद हुईं. उसके बाद देखते ही देखते नूंह सिटी के मेन मार्केट के अलावा नया बाजार, गली बाजार और होडल बाइपास समेत शहर के दूसरे मार्केट भी दुकानदारों ने बंद कर दिए. तनाव को देखते हुए लोगों को घरों में रहने की हिदायद दी जा रही है.

डिप्टी कमिश्नर की शांति की अपील
नूंह के डिप्टी कमिश्नर प्रशांत पंवार ने जिलावासियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने, आपसी भाईचारे के साथ मिलकर रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बृजमंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसक घटना निंदनीय है. ऐसे में जिला प्रशासन लोगों से अपील है कि वे कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें. जिले में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर धारा-144 लागू की गई है. फिलहाल हालात नियंत्रण में है.

शांति व्यवस्था भंग करने वालों पर कड़ी नजर
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि नूंह में शांति व्यवस्था भंग करने वालों पर जिला प्रशासन की कड़ी नजर है. उपद्रव फैलाने की इजाजत किसी को भी नहीं है. उन्होंने कहा कि लोग इस दौरान अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी प्रकार की नकारात्मक टिप्पणी करने से बचें.

Leave A Reply

Your email address will not be published.