विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय यात्रा पर गुरुवार को मोजांबिक की राजधानी मापुटो पहुंचे। द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति से मुलाकात की। बता दें कि 13 से 15 अप्रैल तक किसी भी विदेश मंत्री का यह पहला मोजांबिक दौरा है।
युगांडा से मापुटो पहुंचे जयशंकर ने राष्ट्रपति समेत देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत की और व्यापार, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर चर्चा की। यहां उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। स्वागत के लिए उन्होंने विदेश मामलों के उपमंत्री मैनुअल जोस गोंक्लेव्स को धन्यवाद दिया। यहां उन्होंने अपने समकक्ष एस्पेरांका बियास की पहली भारत की यात्रा को याद किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, हमने द्विपक्षीय साझेदारी का विस्तार करने के लिए अपने राजनीतिक और आर्थिक सहयोग की समीक्षा की थी। पिछले साल जुलाई में ब्यास ने भारत का दौरा किया था।
मेड इन इंडिया ट्रेन में की सवारी
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मोजांबिक की राजधानी में अपनी यात्रा के दौरान मेड इन इंडिया ट्रेन में सवारी की और मोजांबिक के परिवहन मंत्री के साथ ट्रेन नेटवर्क इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और जलमार्ग कनेक्टिविटी का विस्तार करने में भारत की साझेदारी के बारे में चर्चा की। उन्होंने ट्वीट किया, मोजांबिक के परिवहन एवं संचार मंत्री और मोजांबिकन पोर्ट एंड रेल अथॉरिटी के अध्यक्ष माटेउस मागला के साथ ग्रीन ट्रांसपोर्ट बातचीत हुई। इस दौरान ट्रेन नेटवर्क, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और जलमार्ग कनेक्टिविटी के विस्तार के बारे में बात की। इसके अलावा उन्होंने भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत की और मापुटो में श्री विश्वंभर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की। भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करके बहुत खुशी हुई।
बता दें कि विदेश मंत्री एस.जयशंकर 10 अप्रैल से लेकर 12 अप्रैल तक युगांडा के दौरे पर रहे। फिलहाल वह मोजांबिक के दौरे पर हैं। किसी भी विदेश मंत्री का यह पहला मोजांबिक दौरा है। युगांडा दौरे पर विदेश मंत्री ने भारतवंशियों से भी मुलाकात की। अफ्रीकी देशों में भारत के प्रभाव को बढ़ाने के लिहाज से विदेश मंत्री का यह दौरा अहम है।