बिजली चोरी के मामले में उत्तर प्रदेश में संभल के समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद जियाउर रहमान बर्क पर 1 करोड़ 91 लाख का बकाया तय किया गया है.
गुरुवार को बिजली विभाग की टीम ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ जियाउर रहमान बर्क के घर पर जांच पड़ताल की थी. बिजली विभाग की टीम को जांच में मीटर में खराबी मिली थी. बिजली विभाग ने मीटर रीडिंग और वहां पर तथ्यों के हिसाब से बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करते हुए अब जुर्माना तय किया है.
संभल से सपा के सांसद बर्क के खिलाफ दीपा सराय इलाके में उनके आवास पर बिजली चोरी के आरोप को लेकर मामला दर्ज किया गया है. सांसद के खिलाफ बिजली अधिनियम, 2003 की धारा 135 (बिजली की चोरी या बिजली का अनधिकृत उपयोग) के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने बताया कि बर्क के पिता पर भी बिजली विभाग द्वारा उनके घर पर निरीक्षण के दौरान सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर धमकाने के संबंध में मामला दर्ज किया गया है.
बर्क़ को बकाए के तौर पर 1 करोड़ 91 लाख का भुगतान करना होगा. फ़िलहाल मुकदमा दर्ज करने के साथ-साथ बर्क़ के घर का बिजली का अवैध कनेक्शन भी काट दिया गया था.
बिजली कनेक्शन के संबंध में सघन जांच के आदेश
संभल में हिंसा के बाद विद्युत विभाग के निरीक्षण अभियान के दौरान बड़े पैमाने पर बिजली चोरी की घटनाएं सामने आने के मद्देनजर मुरादाबाद के मंडलायुक्त ने बृहस्पतिवार को मंडल के सभी धार्मिक स्थलों पर बिजली कनेक्शन के संबंध में सघन जांच के आदेश दिए हैं. मंडला आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने यह निर्देश संभल से सपा के सांसद जियाउर रहमान बर्क के खिलाफ बिजली चोरी का मामला दर्ज किए जाने के बाद दिए हैं.
मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान सिंह ने नाराजगी जताई और अधिकारियों को उचित मीटर लगाने और अनधिकृत बिजली उपयोग को रोकने के निर्देश दिए. मंडलायुक्त सभागार में आयोजित बैठक में बिजनौर, रामपुर, अमरोहा और संभल के जिलाधिकारियों सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया.
सिंह ने बिजली चोरी की घटनाओं पर नाराजगी जताई और बिजली विभाग के अधिकारियों को मंडल के सभी जिलों में स्थित मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों और चर्च में बिजली मीटर लगाने और संचालन के संबंध में जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि निरीक्षण अभियान के दौरान अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि धार्मिक स्थलों के मीटर से बिजली अवैध रूप से दूसरों को वितरित नहीं की जा रही हो और विभिन्न उद्देश्यों के लिए उसका उपभोग नहीं किया जा रहा है. सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जर्जर बिजली के खंभों को तत्काल हटवाएं और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें.