देश की प्रथम आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज लेंगी शपथ

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार यानी आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ लेंगी और उसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार समारोह सोमवार को सुबह करीब सवा 10 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में होगा.

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नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार यानी आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ लेंगी और उसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी.

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार समारोह सोमवार को सुबह करीब सवा 10 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में होगा, जहां प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे. इसके बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. फिर राष्ट्रपति का संबोधन होगा.

द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu Oath Ceremony) दिल्ली स्थित अपने आवास से सुबह करीब 8.15 बजे निकलेंगी. वो सबसे पहले राजघाट जाएंगी. राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद वो सुबह करीब 9.22 बजे राष्ट्रपति भवन पहुंचेंगी.

उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य और सरकार के प्रमुख असैन्य एवं सैन्य अधिकारी समारोह में शामिल होंगे.

संसद के केन्द्रीय कक्ष में समारोह के समापन पर राष्ट्रपति, ‘राष्ट्रपति भवन’ के लिए रवाना होंगी, जहां उन्हें एक ‘इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया जाएगा और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाएगा.

मुर्मू (64) ने बृहस्पतिवार को विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर इतिहास रच दिया है.

मुर्मू (Droupadi Murmu President) ने निर्वाचक मंडल सहित सांसदों और विधायकों के 64 प्रतिशत से अधिक वैध वोट प्राप्त किए और भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता है. मुर्मू को सिन्हा के 3,80,177 वोटों के मुकाबले 6,76,803 वोट मिले और वह देश की 15वीं राष्ट्रपति बनेंगी.

वह आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति होंगी. वह राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला भी हैं.

वहीं निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों के लिए रविवार को राष्ट्रपति भवन में रात्रिभोज की मेजबानी की थी.

भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी. 1952 में उन्होंने पहला राष्ट्रपति चुनाव जीता. राजेंद्र प्रसाद ने दूसरा राष्ट्रपति चुनाव भी जीता और मई 1962 तक इस पद पर रहे.

सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 13 मई, 1962 को राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली और वह 13 मई, 1967 तक इस पद पर रहे. दो राष्ट्रपति – जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद – अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके क्योंकि उनका निधन हो गया था.

भारत के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई 1977 को शपथ ली. तब से 25 जुलाई को ज्ञानी जैल सिंह, आर. वेंकटरमण, शंकर दयाल शर्मा, के.आर. नारायणन, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल, प्रणब मुखर्जी और रामनाथ कोविंद ने इसी तिथि को राष्ट्रपति पद की शपथ ली. कोविंद ने 25 जुलाई 2017 को भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी.

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