फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुए हमले के विरोध में कुर्द समुदाय के लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और कुर्द प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कुर्द समुदाय के लोग पेरिस में एक कुर्द कैफे में गोलीबारी के विरोध में सड़कों पर उतर आए थे। इस हमले में कुर्द समुदाय के तीन लोगों की मौत हुई थी। इस घटना के बाद पेरिस में सड़कों पर हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। उग्र प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए पुलिस को आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े। हालांकि, गोलीबारी की घटना के बाद 69 वर्षीय संदिग्ध हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया था, जिसका लंबा आपराधिक रिकॉर्ड है।
घटनास्थल पर मीडिया से बात करते हुए फ्रांस के गृह मंत्री जेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि संदिग्ध हमलावर पुलिस द्वारा निगरानी किए जाने वाले किसी भी चरमपंथी समूह का हिस्सा नहीं था। उसकी मंशा विदेशियों को देश से बाहर निकालने की थी। उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि हमला विशेष रूप से कुर्द लोगों को लक्षित करके किया गया।
हमलावर को हिरासत से मिली छूट
अधिकारियों ने बताया कि 69 वर्षीय हमलावर की हिरासत शनिवार को स्वास्थ्य कारणों से हटा ली गई और उसे पुलिस की मनोरोग इकाई में ले जाया गया। संदिग्ध की जांच करने वाले डॉक्टर ने कहा कि हमलावर की स्वास्थ्य की स्थिति हिरासत के लिए अनुकूल नहीं थी।
बता दें, बीते शुक्रवार को सेंट्रल पेरिस में 69 साल के व्यक्ति ने एक कैफे में गोलीबारी की थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। घटना के बाद पेरिस पुलिस ने कहा था कि मामले को गंभीरता लेते हुए जांच शुरू कर दी गई है।