जम्मू-कश्मीर के राजौरी (Rajouri) जिले में हाल के आतंकवादी हमलों (Terrorist Attack) में नागरिकों की हत्याओं के मद्देनजर केंद्र सरकार सीआरपीएफ की अतिरिक्त 18 कंपनियां (1800 सैनिक) भेजेगा.
सूत्रों के मुताबिक, सैनिक पुंछ और राजौरी जिलों में तैनात किए जाएंगे. जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में दो आतंकवादी घटनाओं में दो नाबालिग चचेरे भाई-बहनों सहित छह लोगों की मौत हुई थी.
सीआरपीएफ की आठ कंपनियां जल्द ही जम्मू-कश्मीर में तैनाती जगह के नजदीकी स्थानों से तैनात की जाएंगी, जबकि सीआरपीएफ की 10 कंपनियां दिल्ली से भेजी जा रही हैं. सूत्र ने कहा कि जम्मू क्षेत्र में आतंकी हमले के बारे में खुफिया जानकारी के बीच गृह मंत्रालय की ओर से हाल ही में जारी एक आदेश के बाद यह कदम उठाया गया है.
सोमवार को एक आईईडी (विस्फोटक उपकपरण) विस्फोट से दो चचेरे भाई-बहन की मौत हो गई थी. जबकि रविवार शाम को राजौरी जिले के इलाके में आतंकवादियों ने तीन घरों में गोलीबारी की जिसमें चार नागरिकों की मौत हो गई और छह घायल हो गए थे. मंगलवार को सभी का उनके पैतृक स्थान पर अंतिम संस्कार किया गया.
आतंकी हमलों में छह लोगों की हुई मौत
इन हमलों में चार साल के विहान शर्मा, 16 साल की समीक्षा शर्मा, सतीश कुमार (45), दीपक कुमार (23), प्रीतम लाल (57) और शिशु पाल (32) की जान गई थी. अधिकारियों ने कहा कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंगलवार को सभी का अंतिम संस्कार हुआ. उन्होंने बताया कि राजौरी शहर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा कि हत्याओं में शामिल आतंकवादियों को पकड़ने के लिए घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी है.
हत्याओं के विरोध में प्रदर्शन
पुलिस ने हमलों में शामिल आतंकवादियों के बारे में जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. हमलों के विरोध में किश्तवाड़ जिले में मंगलवार को बंद रखा गया था. शहर में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सड़कों से यातायात आंशिक रूप से नदारद रहा. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में भी हत्याओं के विरोध में प्रदर्शन हुआ है.