वडोदरा में नाव पलटने के मामले में 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज, हादसे में हुई 14 लोगों की मौत

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वडोदरा में नाव पलटने की घटना में 12 छात्रों और 2 शिक्षकों की मौत के मामले में 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

वडोदरा में नाव पलटने की घटना पर वडोदरा नगर निगम की नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता अमी रावत ने कहा कि हम इसे दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या का मामला मान रहे हैं। हमारी मांग है कि इस घटना की जांच किसी सिटिंग जज से करायी जाए।

उन्होंने आगे कहा कि यह सरासर लापरवाही का कार्य है। नाव में कोई लाइफ जैकेट या लाइफगार्ड मौजूद नहीं था। जिम्मेदार पाए गए लोगों के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की जानी चाहिए। 2016 में जब यह प्रोजेक्ट ठेकेदारों को आवंटित किया गया तो हमने इस पर आपत्ति जताई थी।

पिकनिक मनाने गए छात्रों की डूबी थी नाव
गुजरात के वडोदरा स्थित हरणी झील में गुरुवार को पिकनिक मनाने गए स्कूली छात्रों से भरी नाव पलट गई, जिससे 14 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। नाव में क्षमता से अधिक छात्रों को बैठाया गया था। इसके साथ ही उन्हें लाइफ सेविंग जैकेट भी नहीं पहनाई गई थी। घटना के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल एवं राज्य के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी वडोदरा के लिए रवाना हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।

उन्होंने एक्स पर कहा कि दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदना शोक संतप्त स्वजन के साथ है। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के स्वजन को दो-दो लाख रुपये, जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है।

वहीं, राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतकों के स्वजन को चार लाख रुपये और घायलों को 50 हजार के मुआवजे की घोषणा की है। इस मामले के आरोपितों की गिरफ्तारी का दावा किया गया है। राज्य सरकार ने जिलाधिकारी से 10 दिन के अंदर जांच कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।

15 लोगों की क्षमता वाली नाव में बैठे थे 27 लोग
वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के छात्र गुरुवार को हरणी झील पर पिकनिक मनाने गए थे। पंद्रह लोगों की क्षमता वाली एक नाव में 23 छात्रों और चार शिक्षकों को बैठा दिया गया। एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। इस झील में नाव चलाने का ठेका वडोदरा महानगरपालिका ने परेश शाह नामक व्यक्ति को दिया था। परेश ने अपनी तरफ से नाव चलाने का कांट्रैक्ट नीलेश जैन को दिया था। नीलेश ने किसी तीसरे व्यक्ति को यह काम सौंप रखा था। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि दो नाव में सवार होकर छात्र झील में गए थे। कहा गया है कि एक नाव किनारे पर लौट आई, जबकि दूसरी नाव पलट गई।

दुर्घटना ठेकेदार की लापरवाही का परिणाम
गुजरात के शिक्षा राज्य मंत्री प्रफुल्ल पानेसरिया ने माना है कि दुर्घटना ठेकेदार की लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल ने इसे दुर्घटना के बजाय हत्या बताते हुए सरकार और प्रशासन पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया है।

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