कोरोना महामारी से लड़ाई में एक और हथियार मिल गया है. भारत की पहली नेजल वैक्सीन लॉन्च हो गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और विज्ञान और तकनीकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारत बायोटेक की ‘मेड इन इंडिया’ कोविड-19 नेजल वैक्सीन ‘इनकोवैक’ को लॉन्च किया. भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन में किसी इंजेक्शन की जरूरत नही पड़ेगी, ये नाक में ड्राप के ज़रिए दी जाएगी. भारत बायोटेक के मुताबिक, सरकार को नेजल वैक्सीन iNCOVACC की प्रति डोज 325 रुपए मिलेगी, जबकि निजी अस्पतालों में 800 रुपये की पड़ेगी.
नेजल वैक्सीन बूस्टर डोज के तौर पर ली जा सकेगी, जिसे covaxin और कोविशील्ड लेने वाले लोग ले सकेंगे. दोनों नाक में इसे 28 दिनों के अंतराल पर लेना होगा. उदाहरण के लिए यदि किसी व्यक्ति को पहले से ही एहतियाती खुराक मिल चुकी है तो यह उस व्यक्ति के लिए नहीं है. यह उन लोगों के लिए है जिन्होंने अभी तक एहतियाती खुराक नहीं ली है.’ इस नेजल वैक्सीन को केंद्र सरकार से 23 दिसंबर को मंजूरी मिली थी.
भारत बायोटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर और चेयरमैन डॉ. कृष्णा एल्ला ने कुछ समय पहले बताया था कि पोलियो की तरह नेजल वैक्सीन की भी चार बूंदें काफी हैं. दोनों नॉस्ट्रिल्स में दो-दो ड्रॉप्स डाली जाएंगी. यह सिंगल डोज वैक्सीन है, इस वजह से ट्रैकिंग आसान है. इसके साइड इफेक्ट्स भी इंट्रामस्कुलर वैक्सीन के मुकाबले कम हैं. इसका एक और बड़ा फायदा यह है कि सुई और सीरिंज का कचरा भी कम होगा.