AAP ने INDIA की बैठक में सभी राज्यों में सीट शेयरिंग पर चर्चा की रखी मांग

0 35

आम आदमी पार्टी (AAP) ने INDIA गठबंधन की मुंबई में हो रही है बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर एक बड़ी मांग रखी है.

पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस बैठक में तमाम विपक्षी दलों से मांग की कि वह देश के सभी राज्यों में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा करें. बता दें कि मुंबई में चल रही INDIA गठबंधन की बैठक का आज दूसरा दिन है.

“बैठक काफी अच्छी रही”

यह पूछे जाने पर कि शाम को गठबंधन नेताओं की अनौपचारिक बैठक में क्या हुआ, दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी सभी राज्यों के लिए सीट-बंटवारे पर चर्चा चाहती है. उन्होंने आगे कहा कि बैठक बहुत अच्छी रही है. इन सब के बीच, जब पूछा गया कि क्या सीट बंटवारे पर चर्चा हुई, तो समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि इस पर जल्द ही चर्चा की जाएगी.

28 दलों के नेता हुए शामिल

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हराने के मकसद से बने विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल अलायंस (I.N.D.I.A) की तीसरी बैठक मुंबई में गुरुवार को शुरू हुई. गुरुवार की शाम इस बैठक में 28 दलों के नेता शामिल हुए थे. मेल-मुलाकात के बाद नेताओं ने कहा कि वे देश और संविधान को बचाने साथ आए हैं. बीजेपी से निपटने के लिए एक साझा प्रोग्राम तैयार किया जाएगा. गुरुवार को शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने विपक्षी गठबंधन के नेताओं के लिए डिनर भी रखा था.

कोऑर्डिनेशन कमेटी को भी दिया जाएगा अंतिम रूप

इस बैठक में आगे अब सीट शेयरिंग पर चर्चा होनी है. इसमें 11 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमेटी को भी अंतिम रूप दिया जाएगा. इसमें कांग्रेस, TMC, DMK, आप, JDU, RJD, शिवसेना (यूबीटी), NCP, झारखंड मुक्ति मोर्चा, समाजवादी पार्टी और CPI(M) से एक-एक सदस्य होंगे. इस मीटिंग में 2024 लोकसभा चुनावों को देखते हुए संयुक्त विरोध प्रदर्शनों और रैलियों को आयोजित करने के एक अन्य पैनल की घोषणा करने की भी संभावना है. विपक्षी दलों के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने के लिए एक संयुक्त सचिवालय की भी जल्द घोषणा की जाएगी.

देश को एकजुट करने का होगा एजेंडा

बता दें कि I.N.D.I.A गठबंधन की शुक्रवार को होने वाली बैठक पर शिवसेना (UBT) नेता सचिन अहिर ने कहा कि एजेंडा एक ही है- देश को एकजुट करना है. जिस तरह से देश में लोकतंत्र खतरे में है, महंगाई और जनता से जुड़े मामले हैं, उसमें यह सरकार विफल हो गई है. विभिन्न मुद्दों को लेकर बने इस मोर्चे की आगे की रणनीति क्या होनी चाहिए और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हम कैसे एक साथ आए और क्या करना चाहिए- इन सब पर कल चर्चा होगी.

Leave A Reply

Your email address will not be published.