Mahakumbh: एयरपोर्ट से संगम तक अब मिलेगी हेलीकॉप्टर सुविधा, ऑनलाइन करनी होगी बुकिंग; जानें कितना होगा किराया
अगर आप हेलीकॉप्टर से संगम स्नान के लिए जाना चाहते हैं तो एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर सुविधा भी है। किराया है 35 हजार रुपये प्रति व्यक्ति।
एयरपोर्ट से सीधे यात्री संगम पहुंच जाएंगे। इसके लिए वेबसाइट www.flyola.in पर बुकिंग की जा रही है। कंपनी ने हेल्पलाइन नंबर 18003090503 भी जारी किया है। इस पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है। उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड और फ्लाई ओला ने इस उड़ान को प्रस्तावित किया है। सक्षम श्रद्धालु इस सुविधा का लाभ उठाकर बिना पैदल चले और बिना जाम में फंसे संगम स्नान कर सकेंगे। हालांकि, इसके लिए यात्रियों को एडवांस बुकिंग करनी होगी।
सीधे बोट क्लब हेलीपैड तक जाएगा हेलीकॉप्टर
फ्लाई ओला ग्रुप के सीईओ कैप्टन आरएस सहगल ने बताया कि प्रयागराज एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर सीधे बोट क्लब हेलीपैड तक जाएगा। इसके आगे की यात्रा बोट के जरिये पूरी होगी। यात्री को यमुना नदी से संगम तक लाया जाएगा और स्नान के बाद वापस हेलीकॉप्टर से एयरपोर्ट पहुंचाया जाएगा।हेलीकॉप्टर से 1,200 रुपये में ज्वॉय राइड का भी इंतजाम इसके अलावा हेलीकॉप्टर से 1,200 रुपये में ज्वॉय राइड का भी इंतजाम किया गया है। इसमें यात्रियों को आसमान से संगम की सैर कराई जाएगी। इस पैकेज को चार से पांच घंटे के लिए डिजाइन किया गया है। यानी कुछ ही घंटों में संगम स्नान और पूर्ण आध्यात्मिक यात्रा पूरी हो जाएगी।
नावों का संचालन बंद होने से श्रद्धालु निराश
बता दें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के आगमन पर सुरक्षा कारणों से नावों का संचालन बंद होने से बड़ी संख्या में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिन लोगों ने पहले से बुकिंग करा रखी थी, उन्हें भी मायूसी हुई। अंतत: घाट पर ही डुबकी लगाई। किलाघाट, बोट क्लब, बलुआघाट, अरैल सहित दूसरे घाटों पर भी नावें खड़ी रहीं। शाम पांच बजे के बाद इनका संचालन किया गया। लेकिन दिन ढलने के कारण चप्पू नावों का संचालन नहीं किया गया।
महाकुंभ मेला क्षेत्र में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंच रही है। इनके सुगम और सुरक्षित स्नान के लिए विभिन्न घाटों से करीब 5 हजार चप्पू नावों और मोटर बोट का संचालन हो रहा है। इनके के जरिए कई लाख श्रद्धालु प्रतिदिन संगम स्नान करते हैं। हालांकि, सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के मेला क्षेत्र में आगमन पर सभी तरह की नावों का संचालन रोक दिया गया। पुलिस-प्रशासन ने ऐसा राष्ट्रपति की सुरक्षा के दृष्टिगत किया लेकिन श्रद्धालुओं को दिनभर परेशान होना पड़ा।