दिल्ली में डॉक्टरों ने सड़क पर लगाई OPD, बिहार में मरीजों पर भारी पड़ रही हड़ताल; रोहतक में निकाला रोष मार्च

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कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर महिला रेजिडेंट डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में सोमवार को भी देश कई शहरों में डॉक्टर हड़ताल पर रहे और धरना-प्रदर्शन किया।

राजधानी दिल्ली में रेजिडेंट डॉक्टर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कार्यालय निर्माण भवन के बाहर सड़क पर ओपीडी लगाकर बैठे और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। कई दिनों से हड़ताल के कारण ज्यादातर जगहों पर स्वास्थ्य सेवाएं ठप होने से मरीज बेहाल हैं।

अध्यादेश लाने की मांग
दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), सफदरजंग, आरएमएल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, लोकनायक, जीबी पंत सहित सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा व नियमित सर्जरी प्रभावित रही। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) द्वारा गठित एक्शन कमेटी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट (सीपीए) व अध्यादेश लाने की मांग पर अड़ी हुई है।

36 विभागों की सांकेतिक ओपीडी लगाई
इस एक्शन कमेटी व फेडरेशन ऑफ आल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (एफएआइएमए) के नेतृत्व में रेजिडेंट डॉक्टरों ने निर्माण भवन के पास सड़क पर बैठ गए और मेडिसिन, सर्जरी, गायनी, पीडियाट्रिक, नेत्र विज्ञान, आर्थोपेडिक्स, ईएनटी, न्यूरो, मनोचिकित्सा सहित 36 विभागों की सांकेतिक ओपीडी लगाई।

ओपीडी में ड्यूटी करने नहीं जाएंगे डॉक्टर
एम्स आरडीए के उपाध्यक्ष डॉ. सुवर्णकर दत्ता ने कहा कि सड़क पर लगी इस ओपीडी के माध्यम से हम बताना चाहते हैं कि रेजिडेंट डॉक्टर अस्पताल में ड्यूटी पर वापस लौटना चाहते हैं, लेकिन जब तक डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सरकार ठोस कदम नहीं उठाती ओपीडी में ड्यूटी करने नहीं जाएंगे। कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक हुई, लेकिन कुछ खास नतीजा नहीं निकाला।

बिहार में मरीजों की बढ़ी मुश्किलें

बिहार में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल मरीजों पर भारी पड़ रही है। ओपीडी बंद होने से सर्जरी कराने वाले और किडनी-कैंसर आदि का उपचार करा रहे रोगियों की परेशानी बढ़ गई है। एम्स पटना, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच व एनएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालों की ओपीडी का ताला तक नहीं खुला।

रोहतक में रोष मार्च निकाला
भागलपुर स्थित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में करीब 600 मरीज बिना इलाज के वापस लौट गए। दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हड़ताल के चौथे दिन भी ऑपरेशन थियेटर बंद रहा। हरियाणा के रोहतक पीजीआई में सात दिन से हड़ताल पर बैठे रेजिडेंट डॉक्टरों ने रोष मार्च निकाला।

मुंबई में निकाला गया मौन मार्च
हिमाचल प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं को छोड़ उपचार नहीं हुआ। एएनआई के अनुसार मुंबई के डॉक्टरों और स्थानीय लोगों ने आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन किया। सायन अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी मौन मार्च निकाला। रविवार सुबह सायन अस्पताल में एक महिला डॉक्टर पर मरीज के नशे में धुत रिश्तेदारों ने हमला किया था।

गोवा में भी सेवाएं प्रभावित
गोवा में चौथे दिन भी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सेवाएं प्रभावित रहीं। मध्य प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल रविवार को हाई कोर्ट के आदेश पर समाप्त हो गई, पर एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों की कामबंद हड़ताल जारी है। इससे ओपीडी, ऑपरेशन, सोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई जांच प्रभावित हो रही है।

चिकित्सा शिक्षक संघ (एमटीए) के मप्र प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राकेश मालवीय ने कहा कि हम काम बंद नहीं करेंगे, पर धरना, प्रदर्शन आंदोलन जारी रहेगा।

पंजाब के सभी मेडिकल संस्थानों का 15 दिन में होगा सिक्योरिटी ऑडिट
पंजाब सरकार ने सभी सरकारी और निजी मेडिकल संस्थानों की सुरक्षा का 15 दिन में ऑडिट करने का फैसला किया है। यह ऑडिट जिलों में गठित हेल्थ सिक्योरिटी बोर्ड की तरफ से किया जाएगा। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि ऑडिट टीम देखेगी कि मेडिकल संस्थानों में सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए हैं। हर जिले में एक डेजिगनेट पुलिस अधिकारी नियुक्त होगा, जिसका नंबर सभी मेडिकल संस्थानों के पास रहेगा।

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