मानसून की रफ्तार बढ़ने से केरल में भारी बारिश हो रही है। कई जिलों में भूस्खलन हुआ है। कोट्टायम और इडुक्की जिलों के कई इलाकों में घंटों लगातार बारिश से जलभराव हो गया है।
विज्ञान विभाग ने अपनी मौसम चेतावनी को अपडेट करते हुए शनिवार को त्रिचूर, मलप्पुरम और कोझिकोड जिलों के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया। इडुक्की, पलक्कड और वायनाड जिले के लिए ‘आरेंज’ अलर्ट जारी किया गया और छह जिलों में ‘येलो’ अलर्ट जारी किया गया है।
कुछ हिस्सों में शुक्रवार रात से भारी बारिश
कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम के कुछ हिस्सों में शुक्रवार रात से भारी बारिश हो रही है। इडुक्की में भूस्खलन हुआ। भूस्खलन से कुछ मकान और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कई जगह पेड़ उखड़ गए। बारिश से फसलें नष्ट हो गईं। त्रिचूर में शनिवार सुबह से भारी बारिश हो रही है। मानसून ने 30 मई को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में दस्तक दी थी।
असम, मणिपुर में कई नदियां उफान पर, स्थिति गंभीर
असम और मणिपुर के कई जिलों में नदियां उफान पर हैं। केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के अनुसार असम और मणिपुर के कई जिलों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। मणिपुर में बराक नदी खतरे के स्तर से ऊपर है। असम में ब्रह्मपुत्र समेत कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
छह लाख से अधिक लोग प्रभावित
राज्य में चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण पूर्वोत्तर के कई स्थानों पर बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कई लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम में 28 मई के बाद से बाढ़ से 15 लोगों की मौत हुई है। छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मिजोरम में मंगलवार को हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 29 हो गई है।