एक नाटकीय घटनाक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के निजी सहायक बिभव कुमार (Bibhav Kumar) ने स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) के खिलाफ एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
इसमें उन्होंने मालीवाल पर अनधिकृत प्रवेश, मौखिक दुर्व्यवहार और धमकी देने का आरोप लगाया गया है और इस मामले के पीछे बीजेपी का हाथ होने की आशंका जताई है.
बिभव कुमार की ओर से सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, स्वाति मालीवाल ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री के सुरक्षा कर्मियों और कर्मचारियों की आपत्तियों के बावजूद सीएम आवास में “जबरन और अवैध रूप से घुसपैठ की.”
बिभव कुमार ने दावा किया है कि जब स्वाति मालीवाल से सीएम से मिलने का समय मांगने को कहा गया तो उन्होंने उन्हें गालियां दीं और सुरक्षा प्रोटोकॉल की अवहेलना की.
कुमार ने शिकायत में कहा, “मालीवाल ने चीखना-चिल्लाना, गालियां देना और सुरक्षा कर्मियों के अधिकार पर सवाल उठाना शुरू कर दिया.” शिकायत में कहा गया है कि, “उनकी मंशा संदिग्ध थी और उनका इरादा माननीय मुख्यमंत्री को नुकसान पहुंचाने का था.”
कथित रूप से स्वाति मालीवाल ने बिभव कुमार को धमकी देते हुए कहा, “मैं तुझे देख लूंगी… मैं तुझे ऐसे झूठे केस में फंसाऊंगी कि तुझे जिंदगी भर जेल में सड़ा दूंगी.”
सुरक्षा अधिकारियों को हस्तक्षेप करने के लिए बुलाया गया. बार-बार अनुरोध के बाद अंततः मालीवाल करीब 9:35 बजे परिसर से चली गईं.
”घटना के पीछे राजनीतिक उद्देश्य”
बिभव कुमार ने अधिकारियों से स्वाति मालीवाल के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है. उन्होंने इस घटना के पीछे राजनीतिक उद्देश्यों का हवाला देते हुए, विशेष रूप से जारी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी नेताओं के साथ उनके संभावित संबंधों की जांच करने का अनुरोध किया है.
उन्होंने कहा है कि, “चूंकि मालीवाल ने अनधिकृत प्रवेश किया, घुसपैठ की, सीएम आवास की सुरक्षा में सेंध लगाई, सरकारी अधिकारियों को उनके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोका और शिकायतकर्ता के साथ मारपीट की, इसलिए वे कानून के अनुसार कार्रवाई के लिए उत्तरदायी हैं.
बिभव कुमार ने शिकायत में कहा है कि, आपसे अनुरोध है कि मालीवाल के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करें. चूंकि यह चुनाव का समय है, इसलिए यह सब बीजेपी के इशारे पर किया गया हो सकता है और इसलिए अनुरोध है कि उनके कॉल रिकॉर्ड, चैट और बीजेपी नेताओं के साथ बातचीत की भी जांच की जानी चाहिए.”