विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को पुर्तगाल के विदेश मंत्री जोआओ क्रेविन्हो के साथ ‘‘सार्थक वार्ता” की.
उन्होंने दोनों देशों के द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग में प्रगति और पश्चिम एशिया, यूक्रेन, मध्य एशिया तथा हिंद-प्रशांत के संबंध में विचारों का आदान-प्रदान किया. यूरोप के दो प्रमुख देशों पुर्तगाल और इटली के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से अपनी चार दिवसीय यात्रा के पहले चरण में यहां पहुंचे जयशंकर ने भारत-यूरोपीय संघ संबंधों के लिए पुर्तगाल के समर्थन की भी सराहना की.
जयशंकर ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘लिस्बन में विदेश मंत्री जोआओ क्रेविन्हो के साथ सार्थक बातचीत हुई. हमारे द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग में प्रगति पर गौर किया. निरंतर राजनीतिक आदान-प्रदान और भारत-यूरोपीय संघ संबंधों के लिए पुर्तगाल के समर्थन की सराहना की गई.” उन्होंने कहा, ‘‘भारत में जारी बदलाव हमारी साझेदारी को उच्च स्तर पर ले जाने में मदद कर सकते हैं. वैश्विक कार्यस्थल और डिजिटल डोमेन पर सहयोग में काफी संभावनाएं हैं. पश्चिम एशिया, यूक्रेन, मध्य एशिया और हिंद-प्रशांत के संबंध में विचारों का आदान-प्रदान किया.”
इससे पहले, विदेश मंत्री ने पुर्तगाल की ‘असेंबली’ के अध्यक्ष ऑगस्टो सैंटोस सिल्वा से मुलाकात की और अशांत दुनिया में दो लोकतंत्रों के निकट सहयोग के महत्व पर चर्चा की. जयशंकर ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज सुबह लिस्बन में पुर्तगाल की असेंबली के अध्यक्ष ऑगस्टो सैंटोस सिल्वा से मिलकर खुशी हुई. हमने द्विपक्षीय संबंधों के लिए उनके मजबूत समर्थन को हमेशा महत्व दिया है. अशांत दुनिया में हमारे दोनों लोकतंत्रों के साथ मिलकर सहयोग करने के महत्व पर चर्चा हुई.”
विदेश मंत्री के पुर्तगाली नेतृत्व, पुर्तगाल-भारत संसदीय मैत्री समूह के सदस्यों और पुर्तगाल में भारतीय समुदाय से भी मिलने की उम्मीद है. पुर्तगाल से जयशंकर इटली जाएंगे जहां वह अपने समकक्ष एंटोनियो तजानी समेत अन्य से मुलाकात करेंगे.