भारत के पहले सौर मिशन आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी की कक्षा बदलने का दूसरा चरण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने यह जानकारी दी।
इसरो के ग्राउंड स्टेशनों ने इस बदलाव के दौरान उपग्रह को ट्रैक किया। इसरो ने बताया कि आदित्य-एल1 मिशन पृथ्वी से जुड़ी दूसरी कक्षा (ईबीएन 2) को बदलने में कामयाब रहा है। इसरो ने कहा कि यान अगली कक्षा 10 सितंबर को भारतीय समयानुसार लगभग 2 बजकर 30 मिनट पर बदलेगा।
2 सितंबर को लॉन्च हुआ था सूर्य मिशन
चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद इसरो ने 2 सिंतबर को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से देश का पहला सौर मिशन आदित्य-एल1 लॉन्च किया था। इस मिशन के तहत यान में सूर्य का विस्तृत अध्ययन करने के लिए सात अलग-अलग पेलोड भेजे गए हैं, इसमें से चार सूर्य से प्रकाश का निरीक्षण करेंगे और अन्य तीन प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के इन-सीटू मापदंडों को मापेंगे।
आदित्य-एल1 (Aditya L1 Mission Update) सूर्य के व्यापक अध्ययन के लिए समर्पित एक उपग्रह है, जो सूर्य के बारे में अज्ञात तथ्यों का पता लगाएगा। उपग्रह 16 दिनों तक पृथ्वी की कक्षाओं में यात्रा करेगा, इस दौरान इसे अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए आवश्यक गति प्राप्त करने के लिए पांच प्रक्रियाओं से गुजरना होगा।
इसके बाद, आदिया-एल1 कई कक्षाओं से गुजरेगा जिसमें 110 दिन लगेंगे। उपग्रह L1 बिंदु तक पहुंचने के लिए लगभग 15 मिलियन किलोमीटर की यात्रा करेगा।