कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे कर्नाटक की राजनीति गरमा गई है।
दरअसल सिद्धारमैया ने लिंगायतों को लेकर ऐसा कुछ कहा है, जिस पर विवाद हो गया है। भाजपा ने इसे पूरे लिंगायत समुदाय से जोड़ दिया है और इसे पूरे समुदाय का अपमान बताया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल एक निजी टीवी चैनल के पत्रकार ने सिद्धारमैया से पूछा था कि क्या लिंगायत समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। इस पर सिद्धारमैया ने कहा कि ‘पहले से ही लिंगायत मुख्यमंत्री है….लेकिन वह सारे भ्रष्टाचार की जड़ है।’
भाजपा ने घेरा
सिद्धारमैया के इस बयान पर कर्नाटक भाजपा ने उन्हें घेर लिया। भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सिद्धारमैया के उस बयान की वीडियो क्लिप शेयर की और लिखा कि ‘यह अक्षम्य है कि एक व्यक्ति जो समुदाय को बांटने की कोशिश कर रहा है, अब वह कह रहा है कि समुदाय भ्रष्ट है!’ भाजपा नेताओं ने इसे पूरे लिंगायत समुदाय का अपमान बता दिया है।
सिद्धारमैया ने दी सफाई
बयान पर विवाद होने और भाजपा द्वारा उसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश पर सिद्धारमैया ने अपने बयान पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई को भ्रष्ट बता रहे थे, जो भ्रष्टाचार में विश्वास रखते हैं। मेरे मन में वीरशैव लिंगायत के लिए बहुत सम्मान है और हमने लिंगायतों को 50 से ज्यादा टिकट दिए हैं।
पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है और इससे विवाद पैदा करना चाहती है। वहीं भाजपा का कहना है कि सिद्धारमैया एक समुदाय का अपमान कर राजनीतिक फायदा लेना चाहते हैं। सिद्धारमैया ने पहले वीरशैव-लिंगायत समुदाय को बांटने की कोशिश की थी।