अतीक अहमद और अशरफ की शनिवार रात हुई हत्या को लेकर राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।
जहां यूपी में इस घटना को लेकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं, विपक्ष भी इस मुद्दे पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को इस घटना को लेकर यूपी सरकार पर हमला बोला।
उन्होंने कहा, “मैं शुरुआत से कह रहा था कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार कानून के राज के तहत सरकार को नहीं चला रही है, बल्कि बंदूक के राज पर चला रही है और ये 2017 से ही जारी है। उन्होंने कहा कि यह एक कोल्ड ब्लडेड मर्डर यानी नृशंस हत्या थी। ओवैसी ने कहा कि यह घटना यूपी में कानून के राज पर भी सवाल उठाती है। क्या इस घटना के बाद जनता का संविधान और कानून पर विश्वास रह जाएगा।
ओवैसी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि कोई जाकर फौरन किसी को गोली मार दे। आप हमलावरों के हथियार चलाने का तरीका देखें। जिस तरीके से वो लोग आए। उनका हाथ एकदम ठहरा हुआ है। मुझे भी हथियार चलाना आता है। मैंने भी सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ली है। उनका हाथ हिल नहीं रहा है, गोली चलाते वक्त।
उनकी आंख उन लोगों पर है। उन्हें मालूम है कि पहले किस जगह पर मारना है। तो ये एक नृशंस हत्या है। हमलावर प्रोफेशनल हैं। इसमें उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का कितना रोल है? ये कौन लोग हैं, जो पुलिस की मौजूदगी में, मीडिया की मौजूदगी में इन लोगों की हत्या कर दें? इस मामले की सुप्रीम कोर्ट द्वारा जांच कराई जानी चाहिए
ओवैसी ने मांग की कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी द्वारा मामले की जांच होनी चाहिए। मैं सुप्रीम कोर्ट से दरख्वास्त करता हूं कि वह इस मामले में स्वतः संज्ञान ले और वह एक कमेटी बनाए, जो समयानुसार मामले की जांच करे। उस टीम में यूपी का कोई भी अफसर नहीं होना चाहिए।