प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर में पुलिस महानिदेशकों (Director Generals of Police) व पुलिस महानिरीक्षकों (Inspector Generals of Police) के अखिल भारतीय सम्मेलन में भाग लेने वाले हैं.
सरकार ने शुक्रवार को जानकारी दी कि सम्मेलन हाइब्रिड प्रारूप में आयोजित किया जाएगा. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों सहित लगभग 100 आमंत्रित व्यक्ति सम्मेलन में शारीरिक रूप से भाग लेंगे, जबकि शेष आमंत्रित देश भर से आभासी रूप से भाग लेंगे.
सम्मेलन में साइबर अपराध से लेकर आतंकवाद पर होगी चर्चा
जानकारी के अनुसार, सम्मेलन में साइबर अपराध, पुलिसिंग में प्रौद्योगिकी, आतंकवाद विरोधी चुनौतियां, वामपंथी उग्रवाद, क्षमता निर्माण और जेल सुधार सहित कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. सम्मेलन चिन्हित विषयों पर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पुलिस और खुफिया अधिकारियों को शामिल करने वाले व्यापक विचार-विमर्श की परिणति है. सम्मेलन में प्रत्येक विषय के तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सर्वोत्तम प्रथाओं को भी प्रस्तुत किया जाएगा, ताकि राज्य एक-दूसरे से सीख सकें. 2014 से प्रधानमंत्री डीजीपी सम्मेलन में गहरी दिलचस्पी लेते रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने 2014 से प्रोत्साहित किया
सम्मेलन ने वर्तमान समय में न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बल्कि उभरते मुद्दों और चुनौतियों का सामना करने की क्षमता विकसित करने के लिए पुलिसिंग और सुरक्षा में भविष्य के विषयों पर चर्चा शुरू की है. प्रधानमंत्री ने 2014 से पूरे देश में वार्षिक डीजीपी सम्मेलनों के आयोजन को भी प्रोत्साहित किया है. सम्मेलन 2014 में गुवाहाटी में आयोजित किया गया था. 2015 में धोरडो, कच्छ के रण में, 2016 में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद, 2017 में बीएसएफ अकादमी, टेकनपुर, 2018 में केवड़िया, 2019 में IISER, पुणे और 2021 में पुलिस मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित किया गया था.