राजधानी दिल्ली में आज सुबह हुई हल्की बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. जिसके साथ ही दिल्ली में मॉनसून (Monsoon In Delhi) की शुरुआत मानी जा रही है.
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आमतौर पर 27 जून तक राष्ट्रीय राजधानी पहुंचता है. मौसम विज्ञान विभाग ने कल मानसून पूर्व गतिविधियों के तहत दिल्ली में गरज के साथ छींटे पड़ने और हल्की बारिश का अनुमान लगाया था.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली में बृहस्पतिवार या शुक्रवार को मॉनसून की पहली बारिश होने की संभावना जताई थी. आईएमडी ने 30 जून को शहर में मध्यम बारिश का अनुमान लगाते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है. एक जुलाई तक अधिकतम तापमान गिरकर 33-34 डिग्री सेल्सियस तक आ सकता है.
वहीं मौसम विभाग ने 30 जून से 1 जुलाई के बीच जम्मू और कश्मीर के कुछ हिस्से, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ हिस्से, पूरी दिल्ली में अगले 48 घंटों के दौरान बारिश की संभावना जताई है.
आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर. के. जेनामणि ने बताया कि 30 जून को शहर में अच्छी-खासी बारिश होने की संभावना है. बृहस्पतिवार या शुक्रवार को मॉनसून के आगमन की घोषणा की जा सकती है. आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, मॉनसून ने पिछले 62 साल में जून में 29 बार और जुलाई में 33 बार दिल्ली में दस्तक दी है. वहीं बिहार उत्तर प्रदेश के कुछ उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भी मॉनसून की शुरुआत हो गई है.
उत्तराखंड में बुधवार तड़के जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बरसात हुई. मॉनसून की पहली भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन की घटनांए सामने आईं. वहीं, केदारनाथ मार्ग पर बुधवार को भूस्खलन की चपेट में एक वाहन के आने से महाराष्ट्र की एक महिला की मौत हो गयी और पांच अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.