Himachal Pradesh: क्रिसमस की छुट्टियों पर भारी बर्फबारी ने बढ़ाई पर्यटकों की मुसीबत, 4 की मौत, 200 रास्ते बंद
हिमाचल प्रदेश के शिमला सहित कई जगहों पर बर्फबारी का क्रम लगातार जारी है।
बर्फबारी होने से तापमान जमाव बिंदु से काफी नीचे चला गया है। वहीं क्रिसमस की छुट्टियों के लिए स्थानों पर आने वाले पर्यटकों में खुशी है और वाहनों के लिए संकट भी।
लोगों को शिमला, मनाली और हिमाचल प्रदेश के अन्य पर्यटक केंद्रों में ‘व्हाइट क्रिसमस’ का अनुभव हो रहा है। बर्फबारी के कारण 226 सड़कें बंद हो गई हैं। होटल बुकिंग में वृद्धि हुई है। वहीं, वाहन फिसलने की घटनाओं के कारण चार लोगों की मौत हो गई है।
दिल्ली से मनाली जा रहे पर्यटक की हुई मौत
हिमपात देखने की चाह में दिल्ली से मनाली आ रहे पर्यटक की कार हादसे में मौत हो गई। हादसे के शिकार की पहचान 22 वर्षीय हिमांशु पुत्र शेखर निवासी हाउस नंबर 68 नजफगढ़ रेवला खानपुर प्रेम कालोनी साउथ वेस्ट नई दिल्ली के रूप में हुई है। सोमवार को इनकी कार हनोगी पुल से नाले में जा गिरी थी।
हादसे में पांच सवार घायल हुए थे, जिनमें एक हिमांशु ने मंगलवार को जोनल अस्पताल मंडी में दम तोड़ दिया। कार नंबर डीएल-09सीबीजी-2332 में पांच पर्यटक सवार थे। सोमवार को दिल्ली से मनाली जाते समय सुबह के समय हनोगी नाले के पास पहुंचते ही कार मोड़ पर सड़क से सीधे नाले से नीचे जा गिरी थी।
पुल के किनारे पर रेलिंग न होने से यह हादसा हुआ। हादसे के बाद घायलों को नगवाईं अस्पताल ले जाया गया था, जहां से हिमांशु को जोनल अस्पताल रेफर किया गया। जहां मंगलवार दोपहर को उसने दम तोड़ दिया।
पर्यटकों के लिए देवदूत बने पुलिसकर्मी
लाहुल में सिस्सू से कोकसर तक व अटल टनल रोहतांग के साउथ पोर्टल में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए पुलिस ने रातभर अभियान चलाया। बर्फ वाली जगह मिट्टी डालकर वाहनों को निकाला गया। 17 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन में 1200 वाहनों व 7000 पर्यटकों को निकाला गया।
सोमवार को मनाली से लाहुल की तरफ गए पर्यटक हिमपात के कारण फंस गए थे। पुलिस जवान रातभर रेस्क्यू अभियान में जुटे रहे। सड़क पर बर्फ जमने से वाहन स्किड हो रहे थे। इससे वाहनों की लंबी लाइन लगती गई।
अधिकतर पर्यटकों ने गाड़ी में ही बिताई रात
लाहुल व मनाली पुलिस के जवान पहुंचने पर पर्यटकों का हौसला बढ़ गया। अधिकतर पर्यटक टनल के अंदर फंस गए, जिससे भगदड़ वाली स्थिति बन गई। इस बीच पुलिस जवानों ने मोर्चा संभाला और उन्हें गाड़ी में ही बैठे रहने के लिए कहा। कुछ पर्यटक चार किलोमीटर पैदल चलकर धुंधी पुल पहुंचे। वहां से फोर बाय फोर वाहनों (इंजन से सभी पहियों को शक्ति मिलती है) से होटलों तक पहुंचे। अधिकतर पर्यटकों ने वाहनों में बैठकर ही रात बिताई।
पर्यटकों को दी ये सलाह
अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व एवं आपदा) ओंकार शर्मा ने कहा कि अटल सुरंग के पास फंसे सैकड़ों वाहनों में सवार पर्यटकों को सोमवार देर रात तक सुरक्षित बचा लिया गया। शर्मा ने पर्यटकों को जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा जारी सलाह का पालन करने, स्थानीय लोगों के सुझाव सुनने और बर्फ में गाड़ी चलाने से परहेज करने की सलाह दी।