जंग की आग में झुलस रहे मिडिल ईस्ट से राहत भरी खबर आई है. गाजा में सीजफायर को लेकर इजरायल और हमास में सहमति बन गई है.
यह सीजफायर 19 जनवरी से प्रभावी होगा. दोनों के बीच के समझौते के बाद 15 महीनों से चल रही जंग अब अस्थाई तौर पर थमने जा रही है.
यह डील मिस्र, कतर और अमेरिका की मध्यस्थता के जरिए हुई है. हमास की ओर से शेयर किए गए डॉक्यूमेंट के मुताबिक, यह सीजफायर रविवार से प्रभावी होगा. सीजफायर तीन चरणों में होगा. पहले चरण के तहत हमास 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा जबकि इजरायल भी फिलिस्तीनी बंधकों को रिहा करेगा. यह सीजफायर 42 दिनों का होगा.
कैसा है इजरायल और हमास सीजफायर?
सीजफायर के पहले ही दिन रविवार को तीन महिला इजरायली बंधकों को रिहा किया जाएगा. सीजफायर शुरू होने के सातवें दिन हमास चार और इजरायली बंधक रिहा करेगा. इस तरह हमास हर सात दिन पर इजरायल के तीन बंधकों को रिहा करेगा.
सीजफायर के छठे हफ्ते में हमास बाकी बचे बंधकों को भी रिहा करेगा. इसके बदले में इजरायल अपनी जेलों में बंद फिलीस्तीन के कैदियों को रिहा करेगा. जिन-जिन फिलीस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाना है, उसकी लिस्ट हमास ने नेतन्याहू सरकार को सौंप दी है.
सीजफायर के दूसरे चरण के तहत दोनों ओर से सैन्य ऑपरेशन को स्थाई तौर पर रोक दिया जाएगा. इसके साथ ही गाजापट्टी से इजरायली फौजों को पूरी तरह से वापस बुला लिया जाएगा. तीसरे चरण के तहत दोनों ओर के मृत नागरिकों के शवों को एक दूसरे को सौंपा जाएगा.
इस सीजफायर के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि मिस्र और कतर के साथ अमेरिका द्वारा कई महीनों की कूटनीति के बाद इजरायल और हमास युद्धविराम और बंधक समझौते पर पहुंच गए हैं. यह समझौता गाजा में लड़ाई को रोक देगा, फिलिस्तीनी नागरिकों को बहुत जरूरी मानवीय सहायता प्रदान करेगा और 15 महीने से अधिक समय तक कैद में रहने के बाद बंधकों को उनके परिवारों से फिर से मिलाएगा.
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच ये युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुआ था, जब हमास के लड़ाकों ने दक्षिणी इजरायल पर हमला कर 1200 लोगों की हत्या कर दी थी और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था. इसके जवाब में इजरायल ने हमास के खिलाफ जंग छेड़ दी थी.